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कुलगाम में तीन दिन से जारी मुठभेड़, सुरक्षा बलों ने 3 आतंकियों को ढेर किया

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  • कुलगाम में तीन दिन से मुठभेड़ जारी है
  • यह इस साल का सबसे बड़ा ऑपरेशन हो सकता है
  • सुरक्षा बलों ने तीन आतंकियों को ढेर किया
  • एक जवान भी इस मुठभेड़ में घायल हुआ
  • SOG, सेना और CRPF की टीम शामिल है

Fierce Encounter: भारतीय सेना के सूत्रों ने बताया कि कुलगाम में पिछले तीन दिनों से सुरक्षा बलों और आतंकियों के बीच जारी एनकाउंटर, इस साल का सबसे बड़ा एंटी-टेरर ऑपरेशन हो सकता है.

जम्मू-कश्मीर के कुलगाम जिले के अखल जंगलों में सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच बीते तीन दिनों से मुठभेड़ जारी है. कल रात भर इलोके में गोलियों की आवाजें धमाकों की गूंज सुनाई देती रही. सेना के सूत्रों के अनुसार, इस वर्ष का सबसे बड़ा ऑपरेशन हो सकता है. इस मुठभेड़ में सुरक्षा बलों ने अब तक तीन आतंकियों को ढेर करने में सफलता पाई है. एक जवान भी घायल हुआ है.

कुलगाम में तीन दिन से मुठभेड़ जारी

इस आतंक विरोधी अभियान में हाईटेक सर्विलांस सिस्टम और स्पेशल पैरा फोर्स के जवानों की मदद ली जा रही हैं. जम्मू-कश्मीर के पुलिस महानिदेशक( डीजीपी) और सेना की 15वीं कोर के कमांडर इस ऑपरेशन की निगरानी कर रहे हैं. जम्मू-कश्मीर पुलिस द्वारा जारी बयान में बताया गया है कि स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (SOG), भारतीय सेना और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) की एक संयुक्त टीम अखल के जंगलों में इस अभियान को अंजाम दे रही है.

अखल वन क्षेत्र में सर्च अभियान शुरू किया

एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि सुरक्षा बलों ने आतंकवादियों की मौजूदगी की खुफिया जानकारी मिलने के बाद एक अगस्त को दक्षिण कश्मीर के अखल वन क्षेत्र में सर्च अभियान शुरू किया. उन्होंने बताया कि तलाशी अभियान के दौरान आतंकियों ने सुरक्षाबलों पर फायरिंग शुरू कर दी, जिसके चलते यह अभियान मुठभेड़ में बदल गया. सुरक्षा बलों ने जवाबी कार्रवाई की.

सुरक्षा बलों ने तीन आतंकियों को ढेर किया

बता दें कि जम्मू-कश्मीर में इस हफ्ते यह सुरक्षा बलों की आतंकियों के साथ तीसरी मुठभेड़ है. इससे पहले, सुरक्षा बलों ने ऑपरेशन महादेव चलाकर पहलगाम हमले में शामिल तीन आतंकवादियों को ढेर कर दिया था. लश्कर-ए-तैयबा का एक शीर्ष कमांडर सुलेमान पहलगाम और गगनगीर आतंकी हमलों का मास्टरमाइंड था. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने 29 जुलाई को संसद को बताया था कि तीनों की पहचान पाकिस्तानी आतंकवादियों के रूप में हुई है, जिन्होंने 22 अप्रैल को पहलगाम की बैसरन घाटी में 26 निर्दोष पर्यटकों की गोली मारकर निर्मम हत्या की थी.

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