Punjabबड़ी ख़बर

पंजाब के मंत्री हरपाल चीमा ने कंगना रनौत के नशे पर दिए गए बयान पर दी कड़ी प्रतिक्रिया, जानें क्या कहा

फटाफट पढ़ें

  • हिमाचल में नशे पर चिंता जताई
  • कंगना को हकीकत का ज्ञान नहीं
  • हिमाचल में पंजाब जैसी स्थिति हो सकती है
  • कंगना को गुजरात की स्थिति देखनी चाहिए
  • किसान आंदोलन में भी आलोचनाएं मिलीं

Punjab Minister : बीजेपी सासंद कंगना रनौत ने हिमाचल प्रदेश में नशीली दवाओं के मुद्दे पर जो दावे किए हैं उस पर पंजाब के आप मंत्री हरपाल चीमा ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है. कंगना रनौत ने चेतावनी दी थी कि हिमाचल में भी पंजाब जैसी स्थिति हो सकती है, जहां नशे की समस्या गंभीर है. उनके इस बयान पर मंत्री हरपाल चीमा ने कहा कि कंगना को जमीनी हकीकत की जानकारी नहीं है और उन्हें अपनी टिप्पणियां सावधानी से करनी चाहिए.

ड्रग्स की वजह से महिलाएं विधवा हो रही

कंगना रनौत ने चेतावनी देते हुए कहा कि पंजाब जैसी स्थिति हिमाचल प्रदेश में भी हो सकती है. उन्होंने नशे के बढ़ते खतरे पर ध्यान आकर्षित करते हुए कहा कि ड्रग्स की वजह से महिलाएं विधवा हो रही हैं और कई गांवों में विधवा महिलाएं देखने को मिल रहीं हैं. कंगना ने कहा कि पाकिस्तान और पंजाब से आने वाले नशीले पदार्थ हिमाचल के युवाओं को बर्बादी की ओर धकेल रहे हैं.

कंगना को गुजरात की स्थिति देखनी चाहिए : मंत्री हरपाल चीमा

उन्होंने आगे कहा कि हिमाचल से ऐसी खबरें आ रही हैं कि कुछ लोग घरेलू सामान बेचने पर मजबूर हो गए हैं, और इस खतरे के कारण खुद को अपने घरों में बंद कर रहे हैं. कंगना की टिप्पणी पर पलटवार करते हुए मंत्री हरपाल चीमा ने कहा, मैं यही कहूंगा कि कंगना रनौत को अपने शब्दों पर नियंत्रण रखना चाहिए. वह केवल सुर्खियों में बने रहने के लिए इस तरह की बातें करती हैं. उन्हें जमीनी हकीकत की सही जानकारी नहीं है. अगर तुलना करनी ही है तो पहले उन्हें गुजरात जैसे राज्यों की स्थिति देखनी चाहिए, जहां नशे की समस्या कहीं अधिक गंभीर है. गुजरात के बंदरगाहों से ड्रग्स की तस्करी होती है.

किसान आंदोलन में भी आलोचनाएं मिलीं

बता दें कि कंगना रनौत को इससे पहले भी किसान आंदोलन के दौरान पंजाब की तरफ से आलोचना का सामना करना पड़ा है था. उस समय कंगना ने किसानों और पंजाबी सिंगरों को लेकर टिप्पणियां की थी.

यह भी पढ़ें : संत सीचेवाल ने कामागाटा मारू को ‘गुरु नानक जहाज़’ के रूप में मान्यता देने की उठाई मांग, 23 जुलाई को राष्ट्रीय दिवस घोषित करने की अपील

Hindi Khabar App: देश, राजनीति, टेक, बॉलीवुड, राष्ट्र,  बिज़नेस, ज्योतिष, धर्म-कर्म, खेल, ऑटो से जुड़ी ख़बरों को मोबाइल पर पढ़ने के लिए हमारे ऐप को प्ले स्टोर से डाउनलोड कीजिए. हिन्दी ख़बर ऐप

Related Articles

Back to top button