मणिपुर के बाद बंगाल में चोर बता 2 महिलाओं को निर्वस्त्र कर पीटा, 5 लोग हिरासत में

मणिपुर में दरिंदगी पर गुस्सा शांत भी नहीं हुआ और बंगाल-बिहार से महिलाओं के साथ हैवानियत की तस्वीरें आ गईं बता दें कि बंगाल में चोरी के आरोप में दो महिलाओं को बुरी तरह से पीटा गया। उनके कपड़े फांड़ डाले। तो बिहार में टीचर के साथ आपत्तिजनक स्थिति में दिखी लड़की पर लोगों का गुस्सा ऐसा भड़का कि वो हैवान बन गए। बिना कपड़े के हालात में ही बुरी तरह से पिटाई कर दी।
बता दें की बंगाल के मालदा से एक वीडियो वायरल हो रहा है जहां दो महिलाओं को चोरी के आरोप में पीटते पीटते अर्धनग्न कर दिया जा रहा है। चोरी के आरोप में लोगों ने महिलाओं को बुरी तरह से पिटा है। पुलिस का कहना है की वीडियो वायरल होने के बाद ही पुलिस को इस बात का पता चला है।
मणिपुर के बाद अब बंगाल के मालदा जिले में दो महिलाओं को नग्न कर पीटने का आरोप लगा है। बता दें कि उन महिलाओं पर चोरी का आरोप लगाकर पीटा गया है। बंगाल भाजपा के केंद्रीय सह प्रभारी अमित मालवीय ने पूरी घटना को लेकर ट्वीट किया है और ममता बनर्जी की सरकार को आड़े हाथ लिया है। भाजपा की सांसद लॉकेट चटर्जी ने अपने ट्वीटर अकाउंट पर वीडियो पोस्ट किया है।
भाजपा नेता का आरोप है कि यह सनसनीखेज घटना मालदा के बामनगोला थाने के पाकुआहाट में हुई. यहां हर मंगलवार हाट लगती है। बाजार में पॉकेटमारी करने के संदेह में दो महिलाओं को पकड़ा गया और पिटाई शुरू हो गई. अमित माललीय द्वारा पोस्ट किये गये वायरल वीडियो में देखा जा सकता है कि पिटाई चल रही है। किसी के हाथ में जूते हैं. कोई मुठ्ठी से बाल खींच रहा है। कुछ लोग दूर से चिल्ला रहे हैं, “अब और मत मारो।”
बीजेपी के केंद्रीय सह प्रभारी अमित मालवीय ने ट्वीट किया, “पश्चिम बंगाल में आतंक का कहर जारी है. मालदा के बामनगोला पुलिस स्टेशन के पाकुआ हाट इलाके में दो आदिवासी महिलाओं को निर्वस्त्र किया गया, प्रताड़ित किया गया और बेरहमी से पीटा गया, जबकि पुलिस मूकदर्शक बनी रही.” उन्होंने कहा कि यह खौफनाक घटना 19 जुलाई की सुबह घटी. महिला सामाजिक रूप से हाशिए पर रहने वाले समुदाय से थी और एक उन्मादी भीड़ उसके खून के लिए तरस रही थी. यह एक ऐसी त्रासदी की ओर ले जा रहा था, जिससे ममता बनर्जी का दिल ‘टूट’ जाना चाहिए था और वह केवल अपमानजनक होने के बजाय कार्रवाई कर सकती थीं, क्योंकि वह बंगाल की गृह मंत्री भी हैं।
उन्होंने कहा कि लेकिन उन्होंने कुछ नहीं करने का फैसला किया. न तो उन्होंने इस बर्बरता की निंदा की और न ही दुख और पीड़ा व्यक्त की क्योंकि इससे एक मुख्यमंत्री के रूप में उनकी खुद की विफलता उजागर होती।
मणिपुर की खबर अभी तक दबी भी नहीं है।मणिपुर के दोषियों को सजा भी नहीं मिली है और फिर मणिपुर जैसी ही घटना का वीडियो वायरल हो रहा है। तस्वीर में देखा जा रहा है की किस तरह महिलाएं ही महिलाओं को पीटते हुए नज़र आ रही हैं किस तरह महिलाएं ही महिलाओं की दुश्मन बनी हुई हैं। सवाल उठता है की ये कैसा देश हम बना रहे हैं। समाज आखिर किस तरफ जा रहा है। कानून को किसी के भी हाथ में लेने की इजाजत नहीं है।
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