ग़ाज़ियाबाद गैंगरेप निकला फर्ज़ी, पीड़िता ने अपने दोस्त के साथ मिलकर रची साजिश

गाजियाबाद गैंगरेप केस में पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। पुलिस का कहना है कि 5 लोगों पर गैंगरेप का केस दर्ज कराने के लिए साजिश रची गई थी। महिला और उसके एक दोस्त ने अपने कुछ दोस्तों के साथ मिलकर ये साजिश रची थी। महिला का दोस्त आजाद और उसके 2 दोस्त गौरव और अफजाल को पुलिस ने आड़े हाथों नहीं लिया है। आजाद ने बलात्कार के मामले का ज्यादा प्रचार करने के लिए पेटीएम के जरिये एक शख्स को पैसे भी दिए थे, पुलिस को इसके सबूत भी मिल गए हैं।पुलिस ने अपने खूफिया तंत्र से खगाले सबूत के हिसाब से दलील दी है कि महिला के गायब होने के बाद आजाद का मोबाइल Switch off बता रहा था।
जब ऑन हुआ तो उसकी लोकेशन वहीं आ रही थी जहां महिला पड़ी हुई मिली। आजाद ही अपने दोस्तों के साथ महिला को ले गया था और वो 2 दिन इन्हीं के साथ रही। पुलिस ने बताया कि जिस गाड़ी से वो गई थी वो हमने बरामद कर ली है। आजाद पर पहले से 3 आपराधिक मामले दर्ज हैं।
पुलिस के हिसाब से महिला को मेडिकल के लिए पहले गाज़ियाबाद के सरकारी अस्पताल ले जाया गया, फिर मेरठ चलने के लिए कहा गया. लेकिन उसने दोनों जगह मेडिकल जांच कराने से मना कर दिया. उसकी जिद पर उसे दिल्ली के जीटीबी अस्पताल में भर्ती कराया गया। पीड़िता ने प्रॉपर्टी विवाद के चलते इन 5 लोगों को फंसाने की साज़िश अपने दोस्त के साथ रची थी. गाज़ियाबाद पुलिस पीड़िता के खिलाफ भी कार्रवाई कर सकती है.
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