
Happy Daughters Day 2022: वैसे तो हर दिन बेटियों (Daughters) का दिन होता है लेकिन आज के दिन को खासतौर पर दुनियाभर में डॉटर्स डे (Daughters Day) के रूप में मनाया जा रहा है। यह दिन सितंबर महीने के चौथे रविवार के दिन हर साल सेलिब्रेट किया जाता है। इस दिन को सेलिब्रेट करने का उद्देश्य दरअसल बेटियों को यह बताना है कि वे कितनी खास हैं। यह दिन बेटियों के प्रति जागरूकता बढ़ाने और जेंडर इक्वलिटी को प्रोत्साहित करने के लिए भी मनाया जाता है।
वैसे तो हमारी बेटियों ने निश्चित ही अपनी सफलता की राहें बनाई है। हर क्षेत्र में अपने आपको साबित किया है। बेटी दिवस जैसे अवसरों की यही सार्थकता है कि हम उनके सर्वोन्मुखी विकास के लिए विचार करें और कारगर कदम उठाएं।
हमें यह समइना चाहिए कि समाज की सोच से उपजती बहुत सी परेशानियों का हल वैचारिक बदलाव से ही संभव है। विचार बदले बिना बेटियों के लिए व्यावहारिक धरातल पर उलझनें बनी ही रहेंगी। बात चाहे पढ़ाई छूट जाने की हो या काम- काजी मोर्च पर खुद को साबित करने का समान अवसर तक ना पाने की या फिर सुरक्षा की हो या घर परिवार में बराबरी का हक दिए जाने की।
बदलाव को मिले गति
बीते कुछ बरसों में निश्चित रूप से बेटियों के प्रति सोच बदली है। बेटियों को पराया धन समझने के बजाय अपनेपन के भाव से बड़ा किया जा रहा है। शिक्षित बेटियों के आंकड़े भी बढ़े है। बेटियां अपनी स्वतंत्र पहचान भी बना ही हैं। आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर हो रही है। बावजूद इसके बहुत से मोर्चों पर बदलाव की दरकार है। सामाजिक कुरीतियों से लेकर रोजमर्रा के तानों-उलाहनों तक, बहुत कुछ आज भी उनके मन को ठेस पहुंचाने वाला है। ऐसे में स्कूल के परिसर से लेकर गली-मोहल्ले, मायके से लेकर ससुराल के आंगन और घर से बाजार तक हर पहलू पर बदलाव लाने के लिए बुनियादी सोच में तबदीली जरूरी है।