गोरखपुर पुलिस ने वापस लिया मुसलमानों पर लगा देशद्रोह का केस

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उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का गढ़ माने जाने वाले गौरखपुर में पिछले दिनों चार मुसलमानों पर एक विवादित झंडा दिखाने के आरोप में देशद्रोह का मुकदमा दर्ज किया गया था। बीते 10 नवंबर को हिन्दूवादी संगठनों द्वारा दी गई तहरीर के मुताबिक ये मुकदमा दर्ज किया गया था।

दरअसल हिन्दूवादी लोगों की भीड़ मुस्लिम घर में पहुंची थी, जहां एक झंडे को पाकिस्तानी बताकर उनपर देशद्रोह की कार्यवाई की मांग की गई थी।

जिसके बाद पुलिस ने देशद्रोह की एफआईआर दर्ज की गई और चारों मुसलमानों को नामजद किया गया।

रविवार को गोरखपुर पुलिस ने मामल वापस ले लिया और बताया कि झंडा पाकिस्तानी नहीं बल्कि इस्लामिक था।

लेकिन जिन परिवारों पर देशद्रोह का मामला दर्ज हुआ है उनका कहना है कि मुकदमा दर्ज किए जाने के बाद मुहल्ले में उनकी काफ़ी बेइज्जती हुई है । अब उनसे कोई बात नहीं कर रहा। सभी उन्हें देशद्रोही समझ रहे हैं।

तीन आरोपी अब्दुल कलाम कुरैशी और उनके दो बेटों आसिफ़ और आरिफ़ को पुलिस ने गिरफ़्तार नहीं किया था लेकिन इसी मामले में तालीम नाम का शख्स अब भी गिरफ्तार है और जेल में बंद है। हालांकि गोरखपुर पुलिस का कहना है कि उन्हें भी जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा।