राहुल के ट्विटर बैन होने पर मचा बवाल, NCPCR ने फेसबूक और इंस्टाग्राम पर भी बैन की मांग की

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नई दिल्ली: कांग्रेस नेता और वायनाड़ से सांसद राहुल गांधी के ट्विटर अकाउंट बंद होने के बाद राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग ने फेसबूक और इंस्टाग्राम से भी राहुल के अकाउंट बंद करने की मांग की है। राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग ने इन सोशल मीडिया कंपनियों को बताया है कि राहुल गांधी ने दिल्ली रेप पीड़िता के माता-पिता की पहचान को उजागर किया। राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग ने इसे पॉक्सो एक्ट का उल्लंघन बताया है। राहुल गांधी के साथ–साथ पार्टी के 20 अन्य नेताओं और पार्टी के 7 ट्विटर अकाउंट को बीते सप्ताह बैन कर दिया गया।

राहुल ने बताया लोकतंत्र पर हमला

राहुल गांधी ने अपना अकाउंट लॉक करने के लिए ट्विटर और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म को फटकार लगाई। उन्होंने ट्विटर पर “हमारे राजनीतिक प्रक्रिया में हस्तक्षेप करने” और देश के लोकतांत्रिक ढांचे पर हमला करने का आरोप लगाया।

“मेरे ट्विटर को बंद करके वे हमारी राजनीतिक प्रक्रिया में हस्तक्षेप कर रहे हैं। एक कंपनी हमारी राजनीति को परिभाषित करने के लिए अपना व्यवसाय बना रही है और एक राजनेता के रूप में मुझे यह पसंद नहीं है।”

यह देश के लोकतांत्रिक ढांचे पर हमला है।

“हमारे लोकतंत्र पर हमला हो रहा है। हमें संसद में बोलने की अनुमति नहीं है। मीडिया को नियंत्रित किया जा रहा है। मैंने सोचा कि प्रकाश की एक किरण ट्विटक थी जहां हम जो सोचते थे उसे साझा कर सकते थे। लेकिन अब यह स्पष्ट है कि ट्विटर एक उद्देश्य नहीं है तटस्थ मंच; यह एक पक्षपाती मंच है, कुछ ऐसा जो केवल सरकार चाहती है।” 

ट्विटर ने अपने बयान में कहा कि हमने किसी तरह का पक्षपात नही किया है। हमने उस तस्वीर पर कार्यवाई की है जिसे राहुल गांधी समेत कई कांग्रेस नेताओं ने अपने अकाउंट से साझा किया था। हम लोगों की निजता का सम्मान करते हैं इसलिए ये फैसला लिया गया। हमने सरकार के कानून को ध्यान में रखकर कार्यवाई की है।

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