UP: बाघ ने किया किसान का शिकार, परिजनों का रो-रोकर हुआ बुरा हाल

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11 नवंबर शनिवार की देर रात को उत्तर प्रदेश के पीलीभीत के एक गांव में एक बार फिर बाघ ने एक किसान प हमला कर दिया और किसान की मौत हो गई। जिसके कारण दिवाली की खुशी मातम में बदल गई। घटना के बाद स्थानीय लोगों ने शव को सड़क पर रखकर तीन घंटे तक जाम लगाया। उन्होंने पुलिस पर सवाल उठाने शुरु कर दिये। अधिकारियों को बहुत मुश्किल से समझाने के बाद पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा।

कैसे हुई थी किसान की मृत्यु

बताया जाता है कि एक दिन पहले गांव के आस-पास बाघ देखा गया था यहीं नहीं अभी भी वो गांव में ही मौजूद  है। ये मामला मधोटांडा थाना क्षेत्र के जमुनिया गांव का है। जहां दो दिन पहले यानी छोटी दिवाली की रात को गांव के पास एक बाघ देखा गया था, जिसके कारण लोगों ने सड़क जाम कर दी थी। यहां तक की स्थानीय बीजेपी विधायक बाबूराम पासवान की गाड़ी भी रोकी गई थी। ये जाम पूरे तीन घंटे तक लगाया गया था।

बता दें, बाघ को पकड़ने के लिए विधायक ने वन विभाग के अधिकारियों से बातचीत की, जिसके बाद उसे वहां से निकाल दिया गया। वन विभाग के कर्मचारी की चूक की वजह से उस बाघ ने एक और किसान पर हमला कर दिया जिससे उस किसान की मौत हो गई।

गांव वालों ने पेश की अपनी शिकायत

चूकी टाइगर अटैक में किसान की मौत हो गई जिस वजह से किसान के परिवार की दिवाली की खुशी मातम में बदल गई। ग्रामवासी इश्वर दयाल पासवान ने बताया कि बाघ कई दिनों से गांव के आस-पास दिख रहा था। वन विभाग और पुलिस दोनों को इसकी जानकारी दी गई थी, लेकिन किसी ने घटना की वजह पर ध्यान नहीं दिया और अंत में ऐसी घटना हो गई।

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