UP: सुभासपा अकेले दम पर लड़ेगी यूपी निकाय चुनाव – ओ.पी. राजभर

उत्तर प्रदेश के फायरब्रांड नेता और सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष, जहुराबाद गाजीपुर से विधायक ओमप्रकाश राजभर क्षेत्र के दौरे पर हैं। इस बीच वह क्षेत्र की जनता और कार्यकर्ताओं के दरवाजे दरवाजे घूम घूम कर मिल रहे हैं। इसी क्रम में कासिमाबाद सहित जहूराबाद क्षेत्र के आधा दर्जन गांव का दौरा कर जनसम्पर्क किये। वहीं उनसे स्थानीय मीडिया ने बात की और महंगाई और बढ़ते सिलेंडर पर उनकी राय जानी। तो उन्होंने माना कि वर्तमान सरकार में महंगाई चरम सीमा पर है और उसके साथ ही उन्होंने केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी को अपने बयानों में लपेट लिया।
राजभर ने कहा कि मैं तो कहता ही हूं कि महंगाई चरम सीमा पर है। आज हीरो होंडा स्प्लेंडर मोटरसाइकिल खरीदने जाइए तो एक लाख की मिलती है। जबकि अभी कुछ ही साल् पहले 50 हजार की थी। उन्होंने कहा कि खाद्य पदार्थों, कृषि उत्पादों व पेट्रोलियम पदार्थों के दाम आसमान छू रहे हैं। वही उन्होंने केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी की बात को याद करते हुए कहा कि कभी महंगाई और सिलेंडर के बढ़े दामों पर स्मृति ईरानी ने तत्कालीन कांग्रेस सरकार को चूड़ियां भेंट कर रही थी। जब वह विपक्ष में थी, आज सिलेंडर साढ़े तीन सौ से 11 सौ पार कर गया, तो उनको अब महंगाई याद नहीं आ रही है।
उन्होंने स्मृति ईरानी पर कटाक्ष बोलते हुए कहा कि जब यह नेता सत्ता में रहते हैं तो इनको कुछ दिखाई नहीं देता। वहीं किसानो के कर्ज़ माफी और बिजली बिल माफी पर उन्होंने कहा कि अमीर लोन लेता है और नहीं चुका पाता है। तो बैंक उसको डिफाल्टर कर देती है फिर बैंक सरकार से बात करती हैं और सरकार उनका लोन माफी कर देती है, जबकि किसान खेती – किसानी के लिए चंद रुपए लोन लेता है और समय से नहीं चुका पाता तो उसको परेशानी का सामना करना पड़ता है। कारण है कि उसकी लागत मूल्य ही नहीं निकल पाती।
हम लोग सरकार से ये आवाज उठाते रहते हैं और सरकार को चाहिए कि गरीबों – किसानों का लोन डिफाल्टर करके उसी तर्ज पर माफ कर दे। वहीं उन्होंने अखिलेश यादव के उस बयान पर की इस बार आलू सरकार गिराएगा पर उन्होंने माना कि इस बार उत्तर प्रदेश में आलू की पैदावार रिकॉर्ड स्तर पर हुई है और किसानों के आलू खेतों में ही रह जा रहे हैं। उनकी लागत मूल्य भी नहीं निकल पा रही है। किसान काफी हताश है। वही साढ़े छह सौ आलू की एमएसपी लगाने पर उनका कहना था कि यह नाकाफी है। उन्होंने कहा कि अखिलेश यादव या कोई भी सरकार को अच्छी बात है आवाज उठानी चाहिए।
लेकिन मैं पूछना चाहूंगा अखिलेश यादव से कि, जब यह सरकार में थे तो उन्होंने क्या किया और संजोग से ये जिस बेल्ट से आते हैं। वह आलू की बेल्ट है इन्होंने कांग्रेस की सरकार को समर्थन दिया था। केंद्र सरकार में यह लोग थे तो इनके क्षेत्र में एक भी चिप्स की फैक्ट्री नहीं लगी। वहां के किसानों के लिए उन्होंने कुछ नहीं किया, तो यह जब विपक्ष में रहते हैं तो इनको सरकार की सारी कमियां नजर आती हैं और जब यह सरकार में रहते हैं तो कुछ भी याद नहीं रहता। वहीं उन्होंने एक बड़ा ऐलान किया कि नगर निकाय का चुनाव वह अकेले लड़ेंगे आगामी 22 मार्च को लखनऊ में एक बैठक कर प्रत्याशियों की घोषणा करेंगे और लोकसभा चुनाव के लिए जब लोकसभा चुनाव नजदीक आएगा। उसके बाद वह अपनी रणनीति का खुलासा करेंगे और मीडिया से बताएंगे। फिलहाल ओमप्रकाश राजभर ने लोकसभा चुनाव के लिए अभी अपना पता नहीं खोला है इस बात पर वह मंद मंद मुस्कुराते नजर आए।
वही योगी सरकार में माफियाओं गुंडों के खिलाफ बुलडोजर की कार्रवाई को उन्होंने सही ठहराया। साथ ही उन्होंने सरकार से यह दरखास्त की कि माफियाओं के नाम पर गरीबों का उत्पीड़न ना हो। उन्होंने एक बड़ी बात कही है कि भूमिहीन जहां पर 10 साल या उससे ज्यादा समय से रह रहे हैं। उस जमीन को बंजर घोषित करके उनके नाम से आवंटित कर सरकार उनके साथ न्याय करे। वहीं गुंडों और माफियाओं के खिलाफ बुलडोजर की कार्रवाई को प्रशंसनीय बताते हुए उन्होंने कहा कि लेकिन उसकी आड़ में निर्दोषों पर बुलडोजर की कार्रवाई ना चले इसका भी ख्याल सरकार रखें।
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