UP: मेरठ कमिश्नरी चौराहे पर चल रही भारतीय किसान यूनियन की महापंचायत

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मेरठ में भारतीय किसान यूनियन (अराजनैतिक) की किसान महापंचायत जारी है। यह पहला मौका है जब भाकियू से टूटकर बना भाकियू अराजनैतिक संगठन अपनी पंचायत करने जा रहा है। संगठन के गठन होने के बाद भारतीय किसान यूनियन(अ.रा.) के कार्यकर्ता अपनी ताकत का एहसास कराने के इरादे से मेरठ में इकट्ठा हुए हैं।

रात से ही भारतीय किसान यूनियन के कार्यकर्ता, किसानों का मेरठ आना शुरू हो गया। वही कमिश्नर दफ्तर के ठीक सामने चौधरी चरण सिंह पार्क में महापंचायत आयोजित की गई है।

संगठन के राष्ट्रीय प्रवक्ता धर्मेंद्र मलिक ने बताया कि इस महापंचायत का आयोजन प्रमुख मांगों को लेकर किया गया है। महापंचायत में मेरठ और सहारनपुर मण्डल से हजारों की संख्या में किसान पहुंचें। उन्होंने बताया कि मुरादाबाद, बागपत, बुलंदशहर सहित अलीगढ़ समेत यूपी वेस्ट के काफी जिलों से लगभग 20,000 से अधिक किसान मेरठ में पहुंचें है।

भारतीय किसान यूनियन के युवा के प्रदेश अध्यक्ष दिगंबर सिंह ने कहा कि हम अपनी ताकत का पूरा एहसास यहां करा देंगे। दोपहर बाद से अलग-अलग जिलों से किसान पहुंचने शुरू हो गए, जो कि अलग-अलग कार्य में व्यस्त हो गए थे। वहीं देर रात को एडीएम सिटी दिवाकर सिंह भी अन्य अधिकारियों के साथ कमिश्नरी मुख्यालय स्थित चौधरी चरण सिंह पार्क का जायजा लेने पहुंचे। उन्होंने बताया कि कुछ रास्तों को डाइवर्ट किया गया है ,ताकि किसी तरह की आवाजाही में लोगों को समस्या ना हो। वहीं उन्होंने बताया कि व्यापक इंतजाम कर लिए गए हैं।

गौरतलब है कि भारतीय किसान यूनियन में दो फाड़ होने के बाद पहली बार भाकियू अ.रा. के द्वारा यह पहली महापंचायत प्रस्तावित है। संगठन के विनोद जिटोली ने बताया कि संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजेश सिंह चौहान इस मौके पर मौजूद रहें वही गठवाला खाप के चौधरी बाबा राजेन्द्र सिंह मलिक मौजूद रहें, प्रदेश अध्यक्ष हरनाम सिंह वर्मा मुख्य वक्ता के तौर पर पहुंचें।

बता दें कि बीते दिनों ही भारतीय किसान यूनियन टिकैत गुट के द्वारा महापंचायत का आयोजन किया गया था जिसे अभी 1 सप्ताह का भी समय नहीं हुआ है। राष्ट्रीय प्रवक्ता धर्मेंद्र मलिक ने कहा कि किसानों से संबंधित तमाम ऐसी बातें हैं जो महापंचायत में उठाई गई है , खासतौर से आलू के किसान बहुत परेशान हैं, वहीं गन्ने मूल्य में वृद्धि नहीं की गई है, जबकि बेसहारा गोवंश को लेकर सरकार ने हालांकि कुछ समय मांगते हुए भरोसा दिलाया था लेकिन ऐसा कुछ होता नजर नहीं आ रहा है और भी तमाम मुद्दे हैं जिन्हें महापंचायत में रखा गया है।

रिपोर्ट: मनीष पाराशर

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