UP: डेयरियां उगल रहीं जहरीला धुंआ, जिम्मेदार मौन

अलीगढ़ के थाना चंडौस क्षेत्र में जिम्मेदारों की अनदेखी के चलते इन दिनों मिलाबटी पनीर का धंधा बे रोकटोक बढ़ रहा है। क्षेत्र के गांव स्वदेशपुर में ही अनेक डेरियों पर आने बाले दूध के मुकाबले मिलाबट कर कई गुना ज्यादा पनीर बनाया जाता है। जो कि एक विशेष सफेद पाउडर और लोहे के कनस्तरों में लाये गए तेल व अन्य सामग्री से तैयार किया जाता है।
मिलावटी पनीर निर्माण का यह काम जिम्मेदारों की मिलीभगत से बड़े पैमाने पर किया जा रहा है। क्षेत्रीय लोगों का कहना है कि आबादी के निकट ही डेयरियां चलने से इससे उठने बाली दुर्गंध से जीना मुश्किल हो रहा है। साथ ही इनसे निकलने वाला दूषित पानी राजबहा मैं छोड़ दिया जाता है।
जिससे किसानों की फसल को काफी नुकसान होता है एवं किसानों के पशुओं को भी बीमारियों का सामना झेलना पड़ता है। अगर दूध की डेरी ओं से निकलने वाले धुआं हवा को दूषित कर रहा है। करीब आधा दर्जन डेयरियों से निकलने बाला केमिकलयुक्त पानी करबन नदी में गिर कर नदी को दूषित कर रहा है।
लेकिन इसके जिम्मेदार अधिकारी सब जानकर भी अनजान बने हुए हैं। जबकि नदी का पानी दूषित करने से जहां सिंचाई करने बाले किसान परेशान हैं। वहीं डेयरियों से निकलने बाले धुंए से लोगों को सांस से जुड़ी समस्याएं पैदा हो रही हैं।
तो वही जिले पर बैठे आल्हा अधिकारी इस बात से अनभिज्ञ हैं। क्योंकि ऐसी डेरिया अलीगढ़ जिले मैं अनेक वर्षों से चली आ रही है। जिसके चलते सर्वेश कुमार सहायक आयुक्त खाद्य विभाग की ओर से बताया गया कि मीडिया के माध्यम से यह जानकारी हुई है।
काफी डेरिया संचालित है अब उन पर लगाम लगाई जाएगी तथा उन पर मिलावटी पनीर मिलता है। तो सैंपल आने के बाद 500000 से लेकर ₹200000 तक का जुर्माना तथा जिला कारावास की सजा का भी प्रावधान है।
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