
बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी अगले सप्ताह विदेश दौरे पर जाने से पहले राज्य मंत्रिमंडल में फेरबदल कर सकती हैं। ऐसा माना जा रहा है कि पूर्व केंद्रीय मंत्री और वर्तमान में ममता बनर्जी के मंत्री बाबुल सुप्रियो का कद घट सकता है। उनके विभाग में फेरबदल हो सकता है। इससे पहले पिछले साल तीन अगस्त को मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मंत्रिमंडल में फेरबदल कर विस्तार किया था। बता दें कि सीएम ममता बनर्जी 12 से 22 सितंबर तक स्पेन और दुबई के दौरे पर रहेंगी।
सूत्रों के अनुसार प्रशासनिक जिम्मेदारियों के बंटवारे के अलावा मुख्यमंत्री विदेश यात्रा से पहले कई मंत्रियों के विभाग में फेरबदल कर सकती हैं। प्रशासनिक सूत्रों का दावा है कि मुख्यमंत्री किसी को अतिरिक्त जिम्मेदारी दे सकती हैं। साथ ही कुछ की जिम्मेदारियां भी कम हो सकती हैं।
बता दें कि कैबिनेट में किसी नये मंत्री को शामिल किये जाने की संभावना बहुत ही कम है। इसका एक संभावित कारण यह है कि नए मंत्री को राज्यपाल सीवी आनंद बोस को शपथ दिलानी होगी। ऐसे में इस मुद्दे पर प्रशासनिक जटिलता पैदा हो सकती है।
बता दें कि पिछली बार जब ममता बनर्जी ने पिछले साल कैबिनेट का विस्तार किया था, तब ला गणेश राज्य के कार्यवाहक राज्यपाल थे। आनंद बोस के कार्यभार संभालने के बाद किसी नये मंत्री ने शपथ नहीं ली है।
सूत्रों के अनुसार मंत्री मानस भुइयां और बाबुल सुप्रियो के विभाग में फेरबदल की अटकलें लगाई जा रही है। जल संसाधन विकास मंत्री मानस भुइयां के दायित्व बदल सकते हैं। कुछ महीने पहले मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने उनसे पर्यावरण विभाग की जिम्मेदारी ले ली थी।
वहीं बताया जा रहा है कि जल संसाधन विकास विभाग भी मानस भुइयां से लेकर किसी दूसरे मंत्री के पास जा सकता है। मानस भुइयां को अन्य विभाग की जिम्मेदारी दी जा सकती है।
फिलहाल बाबुल सुप्रियो सूचना प्रौद्योगिकी और पर्यटन विभाग के मंत्री हैं। ऐसी अटकलें हैं कि बालीगंज के विधायक बाबुल सुप्रियो के अधीन पर्यटन विभाग किसी और को दिया जा सकता है और बाबुल सुप्रियो को अन्य विभाग दिये जा सकते हैं।
हालांकि इसे लेकर फिलहाल कोई पुष्टि नहीं हुई है। हाल ही में विधानसभा में कैबिनेट की बैठक के बाद पूर्व पर्यटन मंत्री और पर्यटन विकास निगम के वर्तमान अध्यक्ष इंद्रनील सेन खुलकर बाबुल से भिड़ गए थे।
यह कयास लगाए जा रहे हैं कि पर्यटन विभाग बाबुल सुप्रियो से लेकर दोबारा इंद्रनील सेन को दिया जा सकता है। पर्यटन विभाग नहीं होने के बावजूद बाबुल सुप्रियो के पास सूचना प्रौद्योगिकी जैसे महत्वपूर्ण कार्यालय होंगे।
वन मंत्री ज्योतिप्रिय मल्लिक से गैर पारंपरिक बिजली विभाग लेकर किसी अन्य मंत्री को दिया जा सकता है। इसके बदले ज्योतिप्रिय मल्लिक को दूसरा विभाग मिल सकता है। अटकलें हैं कि ज्योतिप्रिय को खाद्य विभाग में वापस लाया जा सकता है।
फिरहाद हकीम, अरूप विश्वास और शोभनदेव चट्टोपाध्याय राज्य मंत्रिमंडल में प्रमुख पदों पर हैं। कयास लगाए जा रहे हैं कि मुख्यमंत्री विदेश दौरे से पहले इन मंत्रियों की जिम्मेदारियां कुछ और बढ़ा सकती हैं। हालांकि, मुख्यमंत्री अरूप विश्वास को बिजली विभाग पर अधिक फोकस करने को कह सकते हैं।
नबान्न सूत्रों के मुताबिक, ‘सीधे मुख्यमंत्री’ कार्यक्रम में बिजली को लेकर कई शिकायतें दर्ज की गई हैं। इसलिए अरूप विश्वास को अतिरिक्त जिम्मेदारियां देने के साथ-साथ अपने कार्यालय में अतिरिक्त समय बिताने के लिए भी कहा जा सकता है।
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