
School Cab Strike: देश की राजधानी दिल्ली में आज स्कूली बच्चों और उनके पैरेंट्स को काफी परेशानी का सामना कर पड़ रहा है। बच्चों को स्कूल लेकर जाने वाले प्राइवेट कैब यूनियन की आज हड़ताल School Cab Strike है। स्कूल कैब ड्राइवर की प्रमुख यूनियन की मांग है कि दिल्ली सरकार का ट्रांसपोर्ट विभाग प्राइवेट कैब्स को कॉमर्शियल कैब्स के रूप में बदलने की प्रक्रिया को शुरू करें।
हालांकि, पैरेंट्स को मैसेज भेजकर इस बारे में पहले ही जानकारी दे दी गई थी कि 1 अगस्त यानी सोमवार को स्कूल वैन नहीं चलेंगी। ऐसे में पैरेंट्स अपनी सुविधानुसार व्यवस्था कर लें।
वहीं हड़ताल की अगुवाई कर रही स्कूल ट्रांसपोर्ट एकता यूनियन के पदाधिकारियों ने आश्वासन दिया है कि वे न तो स्कूलों को जबरन बंद करवाने का प्रयास करेंगे और ना ही बच्चों को स्कूल छोड़ने लेने जा रहे पैरेंट्स को रोकेंगे। मगर सरकार तक अपनी आवाज पहुंचाने के लिए कैब चालकों ने दिल्ली के प्रमुख चौराहों और स्कूलों के आस-पास विरोध प्रदर्शन करने की तैयारी की है।
भारतीय किसान यूनियन ने किया हड़ताल का समर्थन
भारतीय किसान यूनियन ने इस हड़ता का समर्थन किया है। भारतीय किसान यूनियन के नेता गुरनम सिंह चारुणी ने कहा कि दिल्ली सरकार स्कूल वाहन चालकों को अकेला समझने की गलती ना करें। भारतीय किसान यूनियन स्कूल ट्रांसपोर्ट यूनियन द्वारा 1 अगस्त को बुलाई गई हड़ताल का समर्थन करती है।
यूनियन का आरोप है कि बीते दो हफ्ते से परिवहन विभाग स्कूली कैब को लेकर अभियान चला रहा है। 700 से अधिक कैब को सीज किया जा चुका है। परिवहन विभाग की टीम 10,000 से लेकर 25000 तक के चालान कर रही है।
हड़ताल को लेकर शाम को बैठक
ऑल दिल्ली ऑटो टैक्सी ट्रांसपोर्ट कांग्रेस यूनियन के अध्यक्ष किशन वर्मा ने कहा कि निजी कैब चालकों पर लगातार हो रही कार्रवाई से मुश्किलें काफी बढ़ गई हैं। संभावना जताई जा रही है कि यह हड़ताल आगे भी बढ़ा सकती है। इसको यूनियन के पदाधिकारियों को कहना है कि अगर हमारी मांगे नहीं मानी जाती हैं तो सोमवार शाम को बैठक कर हड़ताल को आगे बढ़ाने का फैसला लिया जाएगा।
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