
Punjab News : पंजाब विजिलेंस ब्यूरो ने सरकारी दफ्तरों में भ्रष्टाचार को जड़ से खत्म करने की दिशा में एक और बड़ी कार्रवाई करते हुए गुरदासपुर के रीजनल ट्रांसपोर्ट अथॉरिटी (आरटीए) और श्री मुक्तसर साहिब के स्टेट इंस्टीट्यूट ऑफ ऑटोमोबाइल एंड ड्राइविंग स्किल सेंटर (एसआईएडीएस), महुआना, के कर्मचारियों और निजी दस्तावेज एजेंटों की मिलीभगत का खुलासा किया है. इस कार्रवाई में फर्जी हैवी ड्राइविंग लाइसेंस जारी करने वाले एक बड़े भ्रष्टाचार रैकेट का पर्दाफाश हुआ है. सात आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है, जिनमें से चार को गिरफ्तार कर लिया गया है.
शिकायत से शुरू हुई जांच
विजिलेंस ब्यूरो के प्रवक्ता ने बताया कि पठानकोट के एक निवासी की शिकायत के आधार पर आरटीए गुरदासपुर की डाटा एंट्री ऑपरेटर प्रतिभा शर्मा के खिलाफ जांच शुरू की गई थी. जांच में पता चला कि एसआईएडीएस महुआना द्वारा जारी 51 ड्राइविंग ट्रेनिंग सर्टिफिकेट में से 23 फर्जी थे, क्योंकि रिकॉर्ड में केवल 27 वैध सर्टिफिकेट दर्ज थे. सिस्टम-जनरेटेड फील्ड्स जैसे यूनिक सर्टिफिकेट नंबर, क्यूआर कोड, और रसीद नंबर में हेरफेर केवल संस्थान के कर्मचारियों द्वारा ही संभव था, जो धोखाधड़ी का स्पष्ट प्रमाण है.
निजी एजेंटों और कर्मचारियों की सांठगांठ
जांच में कुलबीर डाक्यूमेंट्स सेंटर, शैली डाक्यूमेंट्स सेंटर, जीएमडी डाक्यूमेंट्स सेंटर, और पंजाब डाक्यूमेंट्स जैसे निजी एजेंटों की संलिप्तता सामने आई. इन एजेंटों ने रिश्वत लेकर आवेदकों को जाली दस्तावेज मुहैया कराए. वित्तीय लेनदेन से खुलासा हुआ कि इन एजेंटों ने पूर्व आरटीए डाटा एंट्री ऑपरेटर राकेश कुमार, जो अब बटाला के एसडीएम दफ्तर में तैनात है, और प्रतिभा शर्मा के बैंक खातों में सीधे भुगतान किए. एसआईएडीएस महुआना के लाइट मोटर व्हीकल (एलएमवी) इंस्ट्रक्टर और जीआई ड्राइविंग इंचार्ज सुखदेव सिंह ने सिस्टम का दुरुपयोग कर प्रति फर्जी सर्टिफिकेट 430 रुपये वसूल किए, जिससे सरकारी खजाने को भारी नुकसान पहुंचा.
गिरफ्तारियां और आगे की कार्रवाई
विजिलेंस ब्यूरो ने इस मामले में गुरदासपुर के मैदोवाल कलां निवासी और मोटर व्हीकल इंस्पेक्टर (एमवीआई) सह जीआई ड्राइविंग इंचार्ज, एसआईएडीएस सेंटर, सुखदेव सिंह, शैली डाक्यूमेंट्स सेंटर के अमित कुमार उर्फ शैली, पंजाब डाक्यूमेंट्स के जगप्रीत सिंह, और बटाला में तैनात राकेश कुमार को गिरफ्तार किया है. शेष तीन आरोपियों, डाक्यूमेंट्स सेंटर के कुलबीर सिंह, जीएमडी डाक्यूमेंट्स सेंटर के राकेश कुमार, और आरटीए गुरदासपुर की प्रतिभा शर्मा, की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी जारी है. सभी गिरफ्तार आरोपियों को 6 अगस्त 2025 को अदालत में पेश किया जाएगा.
कानूनी कदम और जांच का विस्तार
विजिलेंस ब्यूरो ने अमृतसर रेंज थाने में 4 अगस्त 2025 को भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम, भारतीय दंड संहिता (आईपीसी), और आईटी एक्ट की संबंधित धाराओं के तहत एफआईआर नंबर 32 दर्ज की है. प्रवक्ता ने बताया कि इस रैकेट में अन्य संभावित संलिप्तता की जांच जारी है, और जल्द ही और खुलासे हो सकते हैं.
भ्रष्टाचार पर जीरो टॉलरेंस
पंजाब विजिलेंस ब्यूरो की यह कार्रवाई मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान की भ्रष्टाचारमुक्त पंजाब की प्रतिबद्धता को दर्शाती है. ब्यूरो ने हाल के वर्षों में कई बड़े भ्रष्टाचार रैकेट उजागर किए हैं, जो सरकारी तंत्र में पारदर्शिता और जवाबदेही की दिशा में महत्वपूर्ण कदम हैं. ब्यूरो ने जनता से भ्रष्टाचार की सूचनाएं एंटी-करप्शन व्हाट्सएप हेल्पलाइन नंबर 9501200200 पर साझा करने की अपील की है. यह कार्रवाई पंजाब के परिवहन विभाग में गहरे पैठे भ्रष्टाचार को उजागर करती है और सरकार की सख्त नीति का प्रतीक है. पंजाब की जनता को उम्मीद है कि ऐसी कार्रवाइयों से सरकारी दफ्तरों में स्वच्छता और विश्वसनीयता बढ़ेगी.
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