राजस्थान में ‘ऑपरेशन डेजर्ट स्टॉर्म’ ! कांग्रेस के 82 विधायकों ने गहलोत के समर्थन में दिया इस्तीफा : सूत्र

राजस्थान कांग्रेस
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राजस्थान के 80 से अधिक कांग्रेस विधायकों ने विधानसभा अध्यक्ष सीपी जोशी को उनके आवास पर जाकर एक विशाल देर रात चले सियासी नाटक ‘ऑपरेशन डेजर्ट स्टॉर्म’ में अपना इस्तीफा सौंप दिया है। इस्तीफा देने वाले सभी विधायक अध्यक्ष आवास से सीएम अशोक गहलोत के सरकारी आवास पर जाएंगे।

गहलोत गुट के विधायकों ने आज शाम कैबिनेट मंत्री शांति धारीवाल के आवास पर सचिन पायलट और अशोक गहलोत के कांग्रेस अध्यक्ष चुने जाने पर उनकी उम्मीदवारी के खिलाफ ये स्टैंड अपनाया। गहलोत के वफादार चाहते हैं कि अगला सीएम कोई ऐसा व्यक्ति हो जिसने 2020 में पायलट द्वारा खुले विद्रोह के दौरान सरकार का समर्थन किया था।

सभी इस्तीफे धारीवाल के घर पर एकत्र किए गए। कांग्रेस के सूत्रों के मुताबिक राहुल गांधी का खेमा पार्टी पर भारी संकट से निपटने के लिए हरकत में आ गया है। पार्टी के वरिष्ठ नेता और सांसद के सी वेणुगोपाल ने मल्लिकार्जुन खड़गे से बात की, जिन्होंने पार्टी के राजस्थान प्रभारी अजय माकन के साथ अशोक गहलोत से बात की।

पार्टी सूत्रों के अनुसार, गहलोत ने कथित तौर पर वेणुगोपाल को पहले बताया ,”मेरे हाथ में कुछ नहीं है।”

सोनिया गांधी का संदेश स्पष्ट है कि मल्लिकार्जुन खड़गे और अजय माकन को पार्टी के प्रत्येक विधायक से बात करनी चाहिए।

कांग्रेस का अपने संकटमोचनों के लिए संदेश है,”भले ही पूरी रात लग जाए, लेकिन मामला आज रात तक ही सुलझ जाना चाहिए। और जो भी एक-पंक्ति वाला प्रस्ताव आप पारित करना चाहते हैं, उसे पारित करें।”

कांग्रेस के लिए इस ताजा और बढ़ते संकट के बीच, भाजपा ने अगले साल चुनाव में पार्टी की जीत की भविष्यवाणी करते हुए ट्वीट करना शुरू कर दिया है।

राजस्थान में भाजपा के अध्यक्ष सतीश पूनिया ने ट्वीट किया, “रुझान आना शुरू हो गया है। भाजपा की जय हो।”

200 सीटों वाली राज्य विधानसभा में कांग्रेस के पास 107 विधायक हैं उसके बाद भाजपा के पास 70 हैं। राष्ट्रीय लोक दल के पास 1 विधायक है जबकि 14 निर्दलीय विधायक हैं।