दो हजार के नोट पर जबरदस्त सियासत, खड़गे बोले – ‘कारनामों की सच्चाई सामने आएगी’

भारतीय रिजर्व बैंक ने शनिवार (19 मई) को 2000 के नोट के चलन पर रोक लगाने के लिए नोटिस जारी किया। आरबीआई (RBI) के नोटिस में कहा गया है कि 2,000 रुपये के नोटों को चलन से वापस ले लिया गया है। नोट लीगल टेंडर बने रहेंगे। यानी 2000 के नोट बाजारों में अभी वैद्ध रहेगें। आरबीआई ने इसकी भी जानकारी दी है कि 2000 रुपये के नोटों को जमा करने या बदलने की अंतिम तिथि 30 सितंबर, 2023 है। एक समय में, लोग आरबीआई के 19 क्षेत्रीय कार्यालयों में 20,000 रुपये तक जमा कर सकेंगे।
आरबीआई के इस ऐलान के बाद से राजनीतिक जंग भी छिड़ गई है। विपक्षी राजनीतिक दल केंद्र की मोदी सरकार पर निशाना साध रहें हैं। इसको लेकर कांग्रेस की प्रतिक्रिया सामने आई है।
2000 के नोट के बंद किए गए सर्कुलेशन को लेकर जांच कराने की मांग की है। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने ट्वीट किया है। उन्होंने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से ट्वीट करते हुए लिखा है कि आपने पहली नोटबंदी से अर्थव्यवस्था को एक गहरा ज़ख़्म दिया था। जिससे पूरा असंगठित क्षेत्र तबाह हो गया, MSME ठप्प हो गए और करोड़ों रोज़गार गए! अब 2000 के नोट वाली “दूसरी नोटबंदी”…क्या ये ग़लत निर्णय के ऊपर पर्देदारी है? एक निष्पक्ष जाँच से ही कारनामों की सच्चाई सामने आएगी।
सीएम केजरीवाल का पीएम मोदी पर तंज
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी पीएम मोदी पर निशाना साधा है। सीएम केजरीवाल ने ट्वीट करते हुए लिखा है कि ‘पहले बोले 2000 का नोट लाने से भ्रष्टाचार बंद होगा। अब बोल रहे हैं 2000 का नोट बंद करने से भ्रष्टाचार ख़त्म होगा, इसीलिए हम कहते हैं, PM पढ़ा लिखा होना चाहिए। एक अनपढ़ पीएम को कोई कुछ भी बोल जाता है। उसे समझ आता नहीं है। भुगतना जनता को पड़ता है।’
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