मथुरा: हिंदू महासभा ने आज शाही ईदगाह मस्जिद में हनुमान चलीसा का पाठ करने का किया ऐलान, बढ़ाई गई सुरक्षा

देश में मंदिरों और मस्जिद का मामला काफी गहराता जा रहा है फिर चाहें वो ज्ञानवापी का हो या मथुरा श्रीकृष्ण का। तो आपको बता दें कि आज यानी 6 दिसंबर को मथुरा में श्रीकृष्ण जन्म भूमि-शाही ईदगाह परिसर में बड़ी हलचल की संभावना है, क्योंकि अखिल भारतीय हिंदू महासभा ने आज हनुमान चालीसा का पाठ करने का ऐलान किया है। इस ऐलान के बाद ही श्रीकृष्ण जन्मस्थली और शाही ईदगाह के आसपास के इलाकों में सुरक्षा बढ़ा दी गई है और चप्पे-चप्पे पर पुलिस की पैनी नजर है। हिंदू महासभा के ऐलान को देखते हुए पुलिस ने श्रीकृष्ण जन्म भूमि एवं शाही ईदगाह परिसर के साथ-साथ संवेदनशील इलाकों में फ्लैग मार्च किया। इतना ही नहीं, सिविल एवं एलआईयू में तैनात पुलिसकर्मियों के माध्यम से क्षेत्र में नजर रखी जा रही है। पूरे इलाके में ड्रोन से भी नजर रखी जा रही है।
दरअसल मथुरा प्रशासन ने जिले में बिना अनुमति के किसी भी राजनीतिक, सामाजिक या धार्मिक संगठन द्वारा पांच या पांच से अधिक लोगों के समूह के एकत्र होकर सभा, धरना और प्रदर्शन आदि पर रोक लगा दी है। यह रोक अगले वर्ष 28 जनवरी तक प्रभावी रहेगी।
प्रशासनिक सूत्रों के अनुसार, अयोध्या के बाबरी ढांचा ढहाए जाने के 30 साल पूरे होने पर अखिल भारत हिन्दू महासभा के ईदगाह में हनुमान चालीसा पाठ के ऐलान एवं नगर निकाय संबंधी चुनाव आदि कुछ विशेष गतिविधियों के मद्देनजर एक दिसंबर से निषेधाज्ञा लागू कर दी गई है, जो अगले वर्ष 28 जनवरी तक लागू रहेगी।
जिलाधिकारी पुलकित खरे के आदेश से जारी निषेधाज्ञा में कहा गया है कि राजनीतिक, सामाजिक या धार्मिक संगठन आदि बिना अनुमति के पांच अथवा पांच से अधिक लोगों का किसी भी प्रकार का जमावड़ा, धरना, प्रदर्शन आदि नहीं कर सकेंगे और इसका उल्लंघन करने पर व्यक्ति अथवा व्यक्तियों के प्रति दण्ड प्रक्रिया संहिता की धारा 188 के तहत कठोर कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।
अखिल भारत हिन्दू महासभा के राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष दिनेश शर्मा ने एक वीडियो जारी कर शुक्रवार को जानकारी दी थी कि उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को अपने खून से पत्र लिखकर श्रीकृष्ण जन्मभूमि परिसर में स्थित शाही ईदगाह में छह दिसंबर को हनुमान चालीसा का पाठ करने की अनुमति मांगी है। हालांकि, हिंदू महासभा के ऐलान के बाद श्री कृष्ण जन्मभूमि और शाही ईदगाह मस्जिद पर सुरक्षा का घेरा बढ़ा दिया गया है. पूरे शहर में सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद कर दी गई है। भारी संख्या में पुलिस बलों की तैनाती की गई है और खुफिया एजेंसियों को भी अलर्ट पर रख दिया गया है।