
Health News: भारत में डायबिटीज के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। वर्तमान में इस बीमारी के मरीजों की संख्या 10 करोड़ से अधिक हो चुकी है। अब यह बीमारी केवल बुजुर्गों तक सीमित नहीं रही, बल्कि 30 से 40 साल के युवा भी टाइप-2 डायबिटीज का शिकार हो रहे हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि बिगड़ती जीवनशैली और गलत खानपान इसके प्रमुख कारण हैं। हालांकि, कुछ सावधानियां और आदतें अपनाकर इस बीमारी से बचाव किया जा सकता है।
दिल्ली के राजीव गांधी अस्पताल के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. अजीत कुमार बताते हैं कि डायबिटीज मुख्यतः दो प्रकार की होती है। पहली, टाइप-1, जो जेनेटिक है और जन्म के साथ होती है। इसका बचाव मुश्किल है। दूसरी, टाइप-2, जो खराब लाइफस्टाइल और खानपान के कारण होती है। टाइप-2 डायबिटीज को रोकने के लिए जरूरी है कि हम अपनी दिनचर्या में स्वस्थ आदतें शामिल करें।
बचाव के लिए यह करें
डायबिटीज से बचाव के लिए नियमित रूप से सक्रिय रहना बहुत महत्वपूर्ण है। हर दिन कम से कम 5 किलोमीटर ब्रिस्क वॉक (तेज गति से चलना) करना चाहिए। ब्रिस्क वॉक शरीर में शुगर लेवल को नियंत्रित करने में मदद करती है। मेडिकल जर्नल द लैंसेट ने भी इसे डायबिटीज से बचाव के लिए कारगर उपाय बताया है। वॉक के बाद कम से कम 30 मिनट योग करना लाभकारी होता है। योगासन जैसे मार्जरी आसन, अर्धकटिचक्रासन और कटिचक्रासन डायबिटीज को नियंत्रित करने में सहायक हैं। एम्स की एक रिसर्च में भी योग को डायबिटीज से बचाव के लिए प्रभावी बताया गया है।
इसके अलावा, संतुलित खानपान भी डायबिटीज से बचने का एक महत्वपूर्ण उपाय है। डाइट में कम फैट और कम कार्बोहाइड्रेट, लेकिन अधिक प्रोटीन शामिल करना चाहिए। आलू, मैदा और चीनी का सेवन सीमित करें और हरी सब्जियां, फल, दाल, और राजमा को अपनी डाइट का हिस्सा बनाएं।
डायबिटीज एक गंभीर बीमारी है, लेकिन स्वस्थ जीवनशैली और सही आदतों को अपनाकर इसे रोका जा सकता है। एक्टिव रहना, योग करना और संतुलित आहार लेना इसके बचाव में बेहद फायदेमंद साबित हो सकता है।
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