Uttar Pradesh

बीजेपी के पूर्व मंत्री और नेता रामवीर उपाध्याय का लंबी बीमारी के चलते हुआ निधन

बीजेपी के पूर्व मंत्री, नेता और उत्तर प्रदेश के पूर्व कैबिनेट मंत्री रामवीर उपाध्याय का शुक्रवार की देर शाम लंबी बीमारी के चलते निधन हो गया( Ramveer Upadhyay Passed Away)रामवीर उपाध्याय लंबे समय से कैंसर से जूझ रहे थे लेकिन कल शाम उन्होनें आखिरी सासं ली। खबर सुनते ही समर्थकों में मायूसी छाई हुई है।

लंबे समय से कैंसर से जूझ रहे रामवीर उपाध्याय ने ली कल अंतिम सांस

लंबे समय से रामवीर उपाध्याय कैंसर जैसी बड़ी बीमारी से जंग लड़ रहे थे लेकिन अचानक उनकी तबीयत ज्यादा बिगड़ने से उन्हें आगरा के स्थित रेनबो अस्पताल ले जाया गया जिसके बाद डॉक्टरों ने उनको मृत घोषित कर दिया। लगभग 64 वर्षीय रामवीर उपाध्याय मायावती की सरकार में कैबिनेट मंत्री रह चुके थे। हालांकि बाद में उन्होनें बीजेपी का हाथ थाम लिया था।

ताकतवर नेताओं की गिनती में शुमार थे रामवीर उपाध्याय

रामवीर उपाध्याय की गिनती ताकतवर नेताओं में शुमार थी जिले की सभी सीटों से विधायक रहने वाले रामवीर उपाध्याय का जन्म हाथरस के बामोली गांव में 1957 में हुआ था। उनकी शिक्षा हाथरस जिले में हुई थी। फिर एलएलबी करके उन्होंने मेरठ तथा गाजियाबाद में वकालत भी की। 1991 के चुनाव से पहले वे क्षेत्र में सक्रिय हुए। 1996 में वह हाथरस से बीएसपी की टिकट पर चुनाव लड़े, जीते और पहली ही बार में मायावती के मंत्रिमंडल में कैबिनेट मंत्री बने।

साल 1997 में नया जिला बनवाने का श्रेय हासिल

3 मई साल 1997 को हाथरस को अलीगढ़ से पृथक करके नया जिला बनवाने का श्रेय रामवीर उपाध्याय ने अपने नाम किया। इसके बाद उन्होनें हाथरस सीट से बीएसपी की टिकट पर 1996, 2002 व 2007 में विधायक पद हासिल हुआ और हर बार मायावती मंत्रिमंडल में उन्हें मंत्री चुना गया। पूर्व ऊर्जा मंत्री और मायावती के निकट के कद्दावर नेताओं में उनकी पहचान है। 2012 का चुनाव रामवीर उपाध्याय हाथरस की सिकंदराराऊ सीट से लड़े और जीते भी।

जिले की तीनों सीटों पर विधायक रह चुकें हैं रामवीर उपाध्याय

2017 में रामवीर सादाबाद विधानसभा सीट से चुनाव जीतकर विधायक बने और उन्हें जिले की सभी सीटों से भी विधायक रहने का श्रेय हासिल हुआ। उनकी पत्नी पूर्व सांसद सीमा उपाध्याय हाल ही में बीजेपी में शामिल हुई हैं जो जिला पंचायत की अध्यक्ष है। वह अपने पीछे एक बेटा और दो बेटियां छोड़ गए हैं। रामवीर उपाध्याय के भाई रामेश्वर ब्लॉक प्रमुख हैं। उनके एक और भाई मुकुल उपाध्याय पूर्व विधायक हैं

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