‘BJP 30 साल के सांसद से डर गई’, राघव चड्ढा पर लगे आरोपों को लेकर भड़की AAP

राज्यसभा में सोमवार (7 अगस्त) को दिल्ली सेवा बिल पारित हुआ। राज्यसभा सदन में लंबी चर्चा के बाद बिल पर पक्ष और विपक्ष की वोटिंग हुई। जहां 131 सदस्यों ने इसके पक्ष में वोट किया तो वहीं 102 विपक्षी पार्टियों के सदस्यों ने इसके खिलाफ वोट किया। इसी दौरान आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद राघव चड्ढा की ओर से इस बिल को सिलेक्ट कमिटी में भेजने का प्रस्ताव दिया गया। अब इस मामले में फर्जीवाड़ा का एंगल सामने आया है, अगर ये फर्जीवाड़ा राज्यसभा चेयर की जांच में सही पाया गया दो राघव चड्ढा के खिलाफ एफ़आईआर भी दर्ज कराई जा सकती है। राघव चड्ढा ने इसे पूरी तरह गलत बताया है।
इस पूरे मामले को लेकर आम आदमी पार्टी के नेताओं के बयान सामने आए हैं। केजरीवाल सरकार की राजस्व मंत्री आतिशी ने कहा है कि BJP एक अनपढ़ पार्टी है, जिन्हें संसद के नियमों का नहीं पता है। भाजपा 30 साल के युवा राघव चड्ढा से डर गई है। बीजेपी ने जैसे राहुल गांधी की सदस्यता छीनी थी, उसी तरह राघव चड्ढा की भी सदस्यता छीनने का प्रयास कर रही है।
भाजपा पर भड़के संजय सिंह
आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने कहा कि जैसे झूठा केस बना कर राहुल गांधी की सदस्यता ली थी, वैसे ही राघव चड्ढा की भी सदस्यता छीन लेना चाहते हैं। ये ख़तरनाक लोग हैं लेकिन हम आम आदमी पार्टी के सिपाही डरते नहीं हैं। अगर ये राघव चड्डा की सदस्यता छीनते हैं तो राघव फिर से चुन कर आ जाएंगे। इनके खिलाफ अपनी लड़ाई जारी रखेंगे। सदस्यों का नाम प्रस्तावित करने के लिए सिग्नेचर की जरूरत नहीं होती है। सिंह ने आगे कहा कि गृह मंत्री अमित शाह और इनकी पूरी बीजेपी को झूठ बोलने की बुरी लत लगी हुई है। ये चाहते हैं कि सदन में बीजेपी के बुरे कामों को देश के सामने लाने वाले राघव चड्ढा को किसी तरह रोका जाए। इसलिए ये बौखला कर सांसद राघव चड्डा की आवाज़ ख़ामोश करना चाहते हैं।
सौरभ भारद्वाज का बयान
दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज ने कहा कि सलेक्ट कमेटी को जो प्रस्ताव भेजा जाता है, उस पर सिर्फ नाम लिखे होते हैं, हस्ताक्षर नहीं होते। उस पर किसी भी सांसद के हस्ताक्षर नहीं थे, चाहे वो असली हो या जाली, यह बयान अपने आप में गलत है कि राघव चड्ढा ने जाली हस्ताक्षर किए। राघव चड्ढा के सवाल पूछने से बीजेपी को दिक्कत है, राहुल गांधी की तरह, राघव चड्ढा की सदस्यता खत्म करने की कोशिश हो रही है।
ये है पूरा मामला
सूत्रों के मुताबिक़ राघव चड्ढा की ओर से दिल्ली के अफ़सरों की ट्रांसफर पोस्टिंग का बिल सिलेक्ट कमिटी को भेजने के प्रस्ताव पर भी जिन अन्य सांसदों के नाम शामिल किए गए थे। अगर उनके हस्ताक्षर फ़र्ज़ी पाए गए तो ऐसी सूरत में सभी सांसदों सुधांशु त्रिवेदी, नरहरि अमीन, सस्मित पात्रा, पी कॉन्यक और थम्बी दुराई की ओर से सभापति को राघव चड्ढा के खिलाफ फर्जीवाड़ा के मामले में एफ़आईआर दर्ज कराने की शिकायत दी जाएगी।
ये भी पढ़ें: सीएम केजरीवाल ने किया विपक्षी नेताओं का धन्यवाद, कहा – ‘काले कानून के खिलाफ समर्थन देने…’