1 अप्रैल से इन 10 बड़े बदलाव से आपकी जेब होगी ढीली, वाहनों के दामों में बढ़ोतरी से लेकर ये चीजें हो सकती हैं महंगी

नई दिल्ली: 1 अप्रैल से नए वित्त वर्ष के पहले दिन कई बदलाव होने जा रहे है, जिसका असर आम आदमी के साथ-साथ हर खास की जेब पर भी पड़ेगा। जानकारी के लिए बता दें कि आपके घर की रसोई में इसका सीधा असर पड़ सकता है, यानि एलपीजी के दाम बढ़ सकते हैं। साथ ही पीएफ खाता और क्रिप्टोकरंसी पर भी आपको टैक्स चुकाना होगा। इसके अलावा होम लोन पर मिल रही अतिरिक्त छूट से हाथ धोना पड़ेगा। इसके अलावा कई अन्य बदलाव भी होने जा रहे हैं, जिससे आपकी जेब ढीली होगी।
वाहनों के दामों में बढ़ोतरी से लेकर ये चीजें हो सकती हैं महंगी…
1. अपने वाहनों के दाम में कुछ बड़ी कंपनियों ने बढ़ोतरी का फैसला किया है। मर्सिडीज बेंज इंडिया ने कहा है कि वह वाहनों की कीमत तीन फीसदी तक बढ़ाएगी। टाटा मोटर्स ने भी कहा है कि वह अपने वाणिज्यिक वाहनों की कीमतें 2.5 फीसदी तक बढ़ाएगी। बीएमडब्ल्यू कीमतों में 3.5 फीसदी की बढ़ोतरी करेगी। वहीं टोयोटा कीमतों को चार फीसदी तक बढ़ाने का ऐलान कर चुकी है।
एलपीजी सिलेंडर के दाम 50 से 100 रुपये तक बढ़ोत्तरी
2. 1 अप्रैल से एक बार फिर एलपीजी सिलेंडर के दाम 50 से 100 रुपये तक बढ़ोत्तरी की आशंका है। बता दें यूपी, पंजाब समेत 5 राज्यों में चुनाव के चलते LPG सिलेंडर और पेट्रोल-डीजल की कीमतों में पिछले कई महीनों से राहत मिल रही थी। आखिरी बार घरेलू एलपीजी सिलेंडर के रेट 6 अक्टूबर 2021 को बदले थे। लेकिन अब माना जा रहा है कि सिलेंडर के दाम फिर से बढ़ेंगे।
बचत खाते में न्यूनतम बैलेंस की सीमा 10 हजार से बढ़ाकर 12 हजार
3. जिन ग्राहकों का एक्सिस बैंक में Salary और बचत खाता है, उनके लिए नए नियम लागू हो रहे हैं। बैंक ने बचत खाते में न्यूनतम बैलेंस की सीमा 10 हजार से बढ़ाकर 12 हजार रुपये कर दी है। एक्सिक बैंक की वेबसाइट पर दी गई जानकारी के मुताबिक बैंक ने मुफ्त नकद निकासी की निर्धारित सीमा को भी बदलकर चार चार या 1.5 लाख रुपये कर दिया है। ऐसे में अब बैंक में आप दी गई जानकारी के अनुसार ही Cash रख पाएंगे।
क्रिप्टोकरेंसी से होने वाली Income पर लगने वाला टैक्स लागू
4. 1 अप्रैल से क्रिप्टोकरेंसी से होने वाली Income पर लगने वाला टैक्स लागू हो जाएगा। वित्त वर्ष के शुरू होने के साथ ही आय पर 30% का टैक्स लागू होगा, जबकि इस पर 1 % का TDS भी 1 जुलाई 2022 से शुरु होगा। इस संबंध में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने इस बार पेश किए गए बजट में साफ किया था कि क्रिप्टो एसेट से होने वाली कमाई पर कितना टैक्स लगेगा।
ब्याज की राशि 1 अप्रैल से नकद नहीं मिलेगी
5. डाकघर की मासिक आय योजना, वरिष्ठ नागरिक बचत योजना या डाकघर टर्म डिपॉजिट में निवेश से जुड़े नियम भी अब बदलने जा रहे हैं। इनमें ब्याज की राशि 1 अप्रैल से नकद नहीं मिलेगी। इसके लिए आपको बचत खाता खोलना होगा। इसके अलावा जिन ग्राहकों ने अपने डाकघर बचत खाता या बैंक खाता को अपनी इन योजनाओं से लिंक नहीं किया है उसे लिंक कराना जरूरी होगा।
होम लोन के ब्याज पर अधिकतम दो लाख रुपये तक की टैक्स छूट
6. पहली बार घर खरीदने वालों को होम लोन के ब्याज भुगतान पर 1.5 लाख रुपये तक की अतिरिक्त टैक्स कटौती का फायदा दिया जाएगा। यह फायदा धारा 24 के अंतर्गत होम लोन के ब्याज पर अधिकतम दो लाख रुपये तक की टैक्स छूट के अतिरिक्त है। बजट 2022 में इस धारा को आगे के लिए नहीं बढ़ाया गया।
क्रिप्टोकरंसी बेचने पर सरकार को देना होगा टैक्स
7. बजट 2022-23 में वित्त मंत्री ने सभी वर्चुअल डिजिटल एसेट या क्रिप्टो पर 30 फीसदी टैक्स लगाने का ऐलान किया था। इसके तहत अगर क्रिप्टोकरंसी बेचने पर निवेशक को जो फायदा होगा उस पर उसे सरकार को टैक्स देना होगा। इसके साथ ही जब-जब कोई क्रिप्टोकरंसी बेचेगा तो उसकी बिक्री का एक फीसदी की दर से टीडीएस भी कटेगा। इससे आपकी जेब पर काफी असर पड़ने वाला है।
दवाओं की कीमतों में 10.7 फीसदी की बढ़ोतरी
8. 1 अप्रैल यानिनए वित्त वर्ष की शुरुआत से आम आदमी की जेब दवाइयों पर ढीली होने वाली है। करीब 800 आवश्यक दवाओं की कीमतों में 10.7 फीसदी की बढ़ोतरी होगी। इनमें बुखार की बुनियादी दवा पैरासिटामॉल भी शामिल है। राष्ट्रीय दवा मूल्य निर्धारक प्राधिकरण (एनपीपीए) ने इन दवाओं के थोक मूल्य सूचकांक में बदलाव को अपनी मंजूरी दे दी है।
जीएसटी के तहत टर्नओवर सीमा को घटाया
9. सीबीआईसी ने माल और सेवा कर (जीएसटी) के तहत ई-चालान जारी करने के लिए टर्नओवर सीमा को पहले तय सीमा 50 करोड़ रुपये से घटाकर 20 करोड़ रुपये कर दिया है। यह नियम भी नए वित्त वर्ष से शुरु कर दिया जाएगा।
म्यूचुअल फंड में निवेश के लिए भुगतान के लिए करना होगा ये काम
10. नए वित्त वर्ष से म्यूचुअल फंड में निवेश के लिए भुगतान, चेक, बैंक ड्राफ्ट या अन्य किसी भौतिक माध्यम से नहीं कर पाएंगे। म्यूचुअल फंड ट्रांजेक्शन एग्रीगेशन पोर्टल एमएफ यूटिलिटीज (एमएफयू) 31 मार्च 2022 से चेक-डिमांड ड्राफ्ट आदि के जरिए पेमेंट सुविधा को बंद करने जा रहा है। इसके बाद राशि जमा करने के लिए आपको सिर्फ यूपीआई या नेटबैंकिंग की सुविधा मिलेगी।