Bangladesh Violence : बांग्लादेश में लगातार अल्पसंख्यक हिंदू समुदाय पर ईशनिंदा के झूठे आरोप में घटनाएं बढ़ती जा रही है। जिसको लेकर ह्यूमन राइट्स कांग्रेस फॉर बांग्लादेश माइनॉरिटीज (HRCBM) ने गंभीर चिंता जताई है।
झूठे आरोपों का इस्तेमाल अब अल्पसंख्यकों को परेशान करने, उनकी संपत्ति पर कब्जा करने और उन्हें नुकसान पहुंचाने के लिए कर रहे हैं। जिसका साफ मतलब है कि वह हिंदुओं को टारगेट बना कर मार रहे हैं।
दीपू चंद्र हत्या मामले में 12 लोग गिरफ्तार
कुछ दिन पहले बांग्लादेश में कट्टरपंथियों ने हिंदू युवक दीपू चंद्र पर ईशनिंदा का आरोप लगाकर उसकी पीट-पीटकर हत्या कर दी थी, और उसके शव को नग्न करके एक पेड़ से लटका कर जला दिया था। बाद में कट्टरपंथियों ने इस्लामी नारे लगाए। हालांकि दीपू चंद्र के खिलाफ ईशनिंदा का कोई ठोस सबूत नहीं मिला, जिसके बाद बांग्लादेश की सरकार ने इस मामले में 12 लोगों को गिरफ्तार किया, और मामले को फास्ट ट्रैक कोर्ट में भेजने का ऐलान किया।
शेख हसीना के सरकार गिरने से बढ़ी हिंसा
जानकारी के मुताबिक शेख हसीना सरकार के गिरने के बाद कट्टरपंथी ताकतें ज्यादा सक्रिय हो गई हैं। इससे अल्पसंख्यकों की सुरक्षा पर गंभीर संकट है। 2025 की पहली छमाही में 258 सांप्रदायिक हमले दर्ज किए गए, जिनमें 27 लोगों की हत्या और कई मंदिरों पर हमले किए गए। HRCBM ने चेतावनी देते हुए कहा, अगर इन मामलों पर सख्त कार्रवाई नहीं की गई, तो अल्पसंख्यक समुदाय में डर और बढ़ेगा।
उस्मान हादी को मारी गोली
बांग्लादेश में कुछ दिन पहले शेख हसीना के विरोधी उस्मान हादी को चुनाव प्रचार के दौरान गोली मार दी गई थी। जिसके बाद इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। बता दें की उस्मान हादी शेख हसीना के खिलाफ जुलाई 2024 में हुए छात्र आंदोलन के प्रमुख नेताओं में से एक थे
बांग्लादेश सरकार ने की हिंसा की निंदा
बांग्लादेश की अंतरिम सरकार ने हिंसा की निंदा की है, लेकिन मानवाधिकार संगठनों का कहना है कि यह कदम काफी नहीं हैं। इस तरह घटना ने देश में कानून-व्यवस्था और अल्पसंख्यकों के अधिकारों की सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े कर रही है। विशेषज्ञों का मानना है कि झूठे आरोपों के दुरुपयोग को रोकने के लिए सख्त कानून बनाने और लोगों में जागरूकता फैलाने की जरूरत है।
ये भी पढ़ें- अयोध्या में VIP पास पर लगी रोक, दर्शन और आरती के लिए होगी समस्या
Hindi Khabar App: देश, राजनीति, टेक, बॉलीवुड, राष्ट्र, बिज़नेस, ज्योतिष, धर्म-कर्म, खेल, ऑटो से जुड़ी ख़बरों को मोबाइल पर पढ़ने के लिए हमारे ऐप को प्ले स्टोर से डाउनलोड कीजिए. हिन्दी ख़बर ऐप









