
Afghanistan : अफगानिस्तान में स्थित है एक हिंदू ऐतिहासिक और धार्मिक स्थल। जिसे असमाई हिंदू मंदिर के नाम से जाना जाता है। यह मंदिर अफगानिस्तान के काबुल प्रांत में स्थित है जिसकी वजह से इसकी पहचान विशेष रूप से काबुल के दक्षिण-पश्चिम में की जाती है। इसके ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्व के कारण यह काफी चर्चा में रहता है। यहाँ के मुख्य देवता शिव और पार्वती के मंदिर थे, और यह स्थल विशेष रूप से उन भक्तों के लिए पवित्र माना जाता था, जो शिव पूजा में विश्वास रखते थे।
मंदिर का निर्माण
यह मंदिर 7वीं से 8वीं शताब्दी के बीच स्थापित हुआ था। उस दौरान, अफगानिस्तान एक महत्वपूर्ण सांस्कृतिक और धार्मिक केंद्र था। जहां विभिन्न धर्म और संस्कृतियों का एक साथ देखा जा सकता था। 20वीं सदी और 21वीं सदी के दौरान, अफगानिस्तान में चल रहे संघर्ष और युद्ध में यह मंदिर इस परिस्थिति से बच नहीं पाया। हाल के वर्षों में, विभिन्न संगठन और भारतीय सरकार के प्रयासों के माध्यम से इस मंदिर के संरक्षण और पुनर्निर्माण की दिशा में कदम उठाए गए हैं। ऐसा बताया जा रहा है कि पुनर्निर्माण की दिशा में उठाए गए कदम इस महत्वपूर्ण धरोहर को बचाने में सहायक होंगे।
मंदिर की वास्तुकला
इस मंदिर का इतिहास बहुत प्राचीन है। यह मंदिर भारतीय उपमहाद्वीप के हिन्दू धर्म से संबंधित है। मंदिर में कला और संरचना अपनी सदी की कला और वास्तुकला की एक अद्भुत झलक प्रस्तुत करती है। मंदिर की वास्तुकला हिन्दू मंदिरों की पारंपरिक शैली को दर्शाती है। इसकी भव्यता और सुंदरता ने इसे एक प्रमुख धार्मिक स्थल बना दिया था।
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