
Advani: आज 22 जनवरी प्राण प्रतिष्ठा का दिन। अयोध्या में आज कई मेहमान आ रहे है, ऐसे में भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा समारोह में शामिल नहीं होने वाले हैं। रिपोर्ट्स की माने तो ठंड मौसम की वजह से अयोध्या नहीं जा रहे हैं। राम मंदिर ट्रस्ट ने वरिष्ठ भाजपा नेता मुरली मनोहर जोशी को भी आमंत्रित किया है, जो राम मंदिर आंदोलन के प्रमुख चेहरे रहे थे। इन दोनों दिग्गजों को बढ़ती उम्र और स्वास्थ्य समस्याओं के कारण राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में भाग लेने की कोई जानकारी नहीं थी।
“मंदिर वहीं बनाएंगे”-लालकृष्ण आडवाणी
बता दें, 90 के दशक में राम मंदिर आंदोलन का नेतृत्व लालकृष्ण आडवाणी ने किया था। 1990 में भाजपा ने उनके नेतृत्व में गुजरात के सोमनाथ से राम रथयात्रा शुरू की थी। “मंदिर वहीं बनाएंगे” के नारे से लालकृष्ण आडवाणी ने राम मंदिर आंदोलन को जनता के बीच लोकप्रिय बनाया। इसलिए, विश्व हिंदू परिषद के अध्यक्ष आलोक कुमार और अन्य पदाधिकारियों ने खुद लालकृष्ण आडवाणी को राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम का न्योता देने के लिए उनके घर गए थे।
बढ़ती उम्र है अयोध्या न जाने की वजह
इस बात से कोई अंजान नहीं है की आज देश की सबसे बड़ी पार्टी भाजपा है। भाजपा पहले लोकसभा में सिर्फ दो सांसद रखती थी, लेकिन लालकृष्ण आडवाणी की रथयात्रा और राम मंदिर आंदोलन ने उसे देश की जनता के बीच इतनी लोकप्रिय बनाया कि आज वह देश की सबसे बड़ी और सबसे शक्तिशाली राजनीतिक पार्टी है। रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपतराय ने बीते दिनों मीडिया से बात करते हुए कहा कि “लालकृष्ण आडवाणी जिनकी उम्र 96 साल और मुरली मनोहर जोशी जिनकी उम्र 90 साल है, उनसे उम्र और स्वास्थ्य के आधार पर अनुरोध किया गया था कि वे राम मंदिर के अभिषेक में शामिल न हों।” दोनों ने अनुरोध स्वीकार कर लिया है।’