AAP ने भाजपा शासित एमसीडी द्वारा लगातार बढ़ाए जा रहे टैक्स के खिलाफ 23 जुलाई से आंदोलन करने का किया ऐलान

Durgesh Pathak
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नई दिल्ली: आम आदमी पार्टी ने भाजपा शासित एमसीडी द्वारा लगातार बढ़ाए जा रहे टैक्स के खिलाफ 23 जुलाई से पूरी दिल्ली में आंदोलन करने का ऐलान किया है। यह आंदोलन तीन चरणों में किया जाएगा। पहले चरण 23 जुलाई से 30 जुलाई तक चलेगा जिसके तहत आम आदमी पार्टी दिल्ली के 50 लाख घरों को भाजपा द्वारा बढ़ाए जा रहे टैक्स के बारे में जागरुक करेगी। इसके बाद 31 जुलाई को दूसरा चरण होगा। इसमें दिल्ली के लोग पोस्टर्स, बैनर्स और नारों के साथ भाजपा कार्यालय पर जन-मोर्चा करेंगे।

31 जुलाई को दूसरे चरण के तहत दिल्लीवाले भाजपा कार्यालय पर जन-मोर्चा करेंगे

आप का कहना है कि यदि भाजपा शासित एमसीडी इसके बाद भी अपना फैसला वापस नहीं लेती है तो तीसरे चरण को भी अंजाम दिया जाएगा। तीसरे तरण की जानकारी 1 अगस्त को दी जाएगी। एमसीडी प्रभारी दुर्गेश पाठक (Durgesh Pathak) ने कहा कि हमारे बार-बार अग्रह के बावजूद भाजपा अपना फैसला लेने को तैयार नहीं है। इसलिए आंदोलन के सिवा हमारे पास अन्य विकल्प नहीं बचा है।

1 अगस्त 2022 को तीसरे चरण की जानकारी दी जाएगी

AAP के वरिष्ठ नेता, राजेंद्र नगर से विधायक एवं एमसीडी प्रभारी दुर्गेश पाठक ने गुरुवार को पार्टी मुख्यालय में एक महत्वपूर्ण प्रेसवार्ता को संबोधित करते हुए कहा कि भाजपा शासित एमसीडी ने 2017 के चुनाव में दिल्ली की जनता से जो वादा किया था कि दिल्ली में ना कोई नया टैक्स लगाएंगे और ना टैक्स बढ़ाएंगे। लेकिन जल्द ही भाजपा उस वादे को भूल गई। ना सिर्फ टैक्स बढ़ाया गया बल्कि नए टैक्स भी लगाए गए। मैंने कुछ ही दिन पहले बताया था कि भाजपा ने हर प्रकार की संपत्ति पर हाउस टैक्स बढ़ा दिया है। जहां पहले हाउस टैक्स लगभग 500 रुपए होती थी, उसे बढ़ाकर लगभग एक लाख कर दिया गया है। आज भाजपा ने विशेषकर कॉमर्शियल स्थानों से कूड़ा उठाने का रेट बढ़ा दिया है।

आप के पास पूरी दिल्ली में आंदोलन करने के सिवा नहीं बचा अन्य विकल्प

उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी इन सभी टैक्सों का विरोध करती है। आम आदमी पार्टी पहले दिन से मांग कर रही है कि इस प्रकार आम जनता पर टैक्स का बोझ नहीं बढ़ाना चाहिए और ना ही कोई नया टैक्स लगाया जाना चाहिए। हमने प्रेसवार्ता की, एलजी को पत्र लिखे, कई बार भाजपा के नेताओं से मुलाकात कर टैक्स वापस लेने की विनती की। लेकिन किसी के कानों पर जूं तक नहीं रेंग रही है। अब एक ही विकल्प बचा है। दिल्ली में लगातार बढ़ाए जा रहे टैक्स के विरोध में पूरी दिल्ली में एक बड़े आंदोलन को अंजाम दिया जाएगा।