
AAP: हरियाणा और महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों में कांग्रेस की करारी हार के बाद आम आदमी पार्टी (आप) ने दिल्ली विधानसभा चुनाव में अकेले उतरने का फैसला किया है। पार्टी के मुखिया अरविंद केजरीवाल ने रविवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में स्पष्ट कर दिया कि दिल्ली चुनाव में आम आदमी पार्टी किसी भी दल के साथ गठबंधन नहीं करेगी।
केजरीवाल ने कहा कि लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के साथ गठबंधन का अनुभव संतोषजनक नहीं रहा। हरियाणा में भी कांग्रेस और आप के बीच सीटों के बंटवारे को लेकर सहमति नहीं बन पाई थी, जिससे गठबंधन असफल हो गया था। दिल्ली में भी कांग्रेस और आप के बीच गठबंधन की अटकलें हरियाणा चुनाव के समय से ही समाप्त होती दिख रही थीं। आप के कई नेताओं ने पहले ही साफ कर दिया था कि कांग्रेस के साथ गठबंधन नहीं होगा।
कांग्रेस के साथ गठबंधन
हरियाणा और महाराष्ट्र में कांग्रेस की हार के बाद आम आदमी पार्टी ने अपना रुख और स्पष्ट कर लिया है। आप नेताओं का मानना है कि कांग्रेस के साथ गठबंधन से न तो लोकसभा चुनाव में लाभ मिला और न ही इसे दोहराने का कोई तर्क है। अरविंद केजरीवाल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि आम आदमी पार्टी इस बार दिल्ली में पूरी तरह स्वतंत्र रूप से चुनाव लड़ेगी।
स्वतंत्र और मजबूत
दिल्ली विधानसभा चुनाव को लेकर आप ने अपनी तैयारी तेज कर दी है। पार्टी ने कई सीटों पर अपने उम्मीदवारों की घोषणा भी कर दी है। सूत्रों के अनुसार, आम आदमी पार्टी ने कांग्रेस की कमजोर स्थिति को देखते हुए यह निर्णय लिया है, ताकि दिल्ली में अपनी रणनीति पर पूरी तरह से नियंत्रण रख सके।
दिल्ली में आम आदमी पार्टी की यह घोषणा पार्टी के मजबूत आत्मविश्वास को दर्शाती है। 2020 के विधानसभा चुनाव में आप ने जबरदस्त जीत दर्ज की थी, और पार्टी का लक्ष्य इस बार भी सत्ता में वापसी करना है। कांग्रेस के साथ गठबंधन न करने का फैसला, पार्टी की स्वतंत्र और मजबूत चुनावी रणनीति का संकेत है।
यह भी पढ़ें : टीपू सुल्तान को लेकर बोले जयशंकर, “धर्म आधारित समर्थन के लिए शासकों से संपर्क…”
Hindi Khabar App: देश, राजनीति, टेक, बॉलीवुड, राष्ट्र, बिज़नेस, ज्योतिष, धर्म-कर्म, खेल, ऑटो से जुड़ी ख़बरों को मोबाइल पर पढ़ने के लिए हमारे ऐप को प्ले स्टोर से डाउनलोड कीजिए. हिन्दी ख़बर ऐप