Uttar Pradesh

Noida: प्रदूषण के कारण 8वीं तक के स्कूल किए गए बंद, ऑनलाइन क्लास का आदेश हुआ जारी

नोएडा में प्रदूषण का लेवल अब अपना कहर बरपाने लगा है। हवा में पॉल्यूशन का जहर इतना घुल चुका है कि लोगों का अब सासं लेना भी मुश्किल हो गया है। बच्चों को स्कूल जानें में काफी दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है, छोटे बच्चों को कोई बीमारी न हो इसलिए सावधानी बरतते हुए नोएडा प्रशासन ने 8वीं कक्षा तक के स्कूलों को बंद कर दिया है। प्रदूषण का स्तर इतना बढ़ गया है कि मिनी लॉकडाउन जैसी स्थिति उत्पन्न हो गई है।

पराली जलाने की घटनाओं पर रोक लगाने में कामयाबी नहीं मिल पाने का असर साफ दिख रहा है। ठंड के मौसम के साथ साथ लोगों को हवा में घुटन जैसी स्थिति महसूस होने लगी है। नोएडा के साथ-साथ गाजियाबाद का भी हाल बुरा है। यहां भी हवा में प्रदूषण का स्तर काफी बढ़ा हुआ है।

बता दें कि नोएडा में इस समय का AQI  562 पहुंच चुका है जो कि काफी बुरा है क्योंकि ऐसी जहरीली हवा में एक आम आदमी के लिए सांस लेना जहर खाने का समान है। प्रदूषण भरी इस हवा का सबसे बुरा असर उन लोगों पर पड़ रहा है जो अस्थमा, फेफड़ों, और हृदय रोगों जैसी संबंधित बीमारी से ग्रसित हैं। प्रशासन ने स्कूल जा रहे छोटे बच्चों के लिए तो वैकल्पिक इंतजाम कर रही है लेकिन प्रशासन इस प्रदूषण को लेकर कोई प्रभावी इंतजाम अब तक नहीं किया है।

वहीं गाजियाबाद में भी हवा की गुणवत्ता काफी खतरनाक स्तर पर पहुंच चुका है। मौसम विभाग ने भी बताया कि ये हवा सेहत के लिए काफी हानिकारक है। बात करें गाजियाबाद के AOI की तो सुबह 8 बजे एक्यूआई 520 के स्तर पर पहुंचा दिखा।

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