
लगातार दो दिन हादसे का शिकार हुई वंदे भारत एक्सप्रेस आज लगातार तीसरे दिन भी हादसे की चपेट में आ गई। हालांकि, रेलवे कर्मचारी की सूझबूझ से नई दिल्ली से वाराणसी जा रही वंदे भारत हादसे का शिकार होने के बावजूद भी बड़ा हादसे से बच गई।
रेलवे द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार 8 अक्टूबर को नई दिल्ली-वाराणसी वंदे भारत एक्सप्रेस सुबह अपने निर्धारित समय 06.00 बजे नई दिल्ली स्टेशन से रवाना हुई और समय 06.38 बजे उत्तर मध्य रेलवे के दादरी स्टेशन से आगे की ओर बढ़ी थी जब ये ट्रेन लेवल क्रॉसिंग गेट नंबर 146 को पार कर रही थी, तभी वहां ड्यूटी पर तैनात गेट मैन शाजेब ने ट्रेन के 7वें डिब्बे में घर्षण महसूस किया और इसे भांपते हुए ब्रेक ब्लॉक जाम कर आनन फानन में जानकारी स्टेशन मास्टर को दी।
शाजेब ने जैसे ही ये जानकारी दी ट्रेन को 06.46 बजे अजायबपुर पर ऑनबोर्ड TXR स्टाफ द्वारा चेक किया गया। जिन्हें कोच नंबर सी-8 में ब्रेक बाइंडिंग मिली, जिसे पहले अलग किया गया फिर उसको ठीक किया गया और ट्रेन समय 07.03 बजे रवाना हो गई।
इसके बाद भी खतरा यहीं नहीं टला, दनकौर रेलवे स्टेशन से पास होने के समय स्टेशन मास्टर बृजेश कुमार और प्वाइंटमैन बृजेश कुमार ने उसी कोच में एक बार फिर से गड़बड़ी का आभास किया। ओएचई को बंद कर वंदे भारत एक्सप्रेस को 7:18 बजे दनकौर और वैर रेलवे स्टेशन के बीच फिर रोक दिया गया। यहां ट्रेन की जांच हुई तो मालूम चला कि ट्रेन की ट्रैक्शन मोटर में बियरिंग की गड़बड़ी है। जिसे खुर्जा से ट्रेन नंबर- 22823, से गैस कटर मंगवाकर काटा गया। इसके बाद ट्रेन को 09:25 बजे प्रतिबंधित स्पीड के साथ रवाना किया गया।