
लखनऊ: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सामाजिक प्रतिनिधि सम्मेलन को सम्बोधित करते हुए कहा कि हिंदू समाज की भावनाओं को कुठाराघात करके रौंदा जाता था और ये दृश्य कहीं देखने को मिल रहा था तो वो सपा सरकार के समय देखने को मिल रहा था। थाने-तहसीलें बिक चुकी थीं, गिरवी रख दी गयी थीं। सपा और बसपा कार्यकर्ता, उनकी सरकार में केवल लूट मचाए हुए थे।
पिछड़ा वर्ग मोर्चा द्वारा आयोजित ‘सामाजिक प्रतिनिधि सम्मेलन’ में सीएम ने कहा आंतरिक सुरक्षा की स्थिति यह थी कि जगह-जगह आतंकवाद सिर चढ़के बोलता था। कहीं आतंकवाद, कहीं नक्सलवाद, कहीं अराजकता थी। और सपा सरकार के समय तो आंतकवादियों ने तो मध्य काल की याद ताजा कर दी थी, मंदिरों और मठों पर हमले होते थे।
आगे उन्होनें कहा कि देश की बाह्य सुरक्षा भी खतरे में थी और आंतरिक सुरक्षा भी खतरे में थी। बाह्य सुरक्षा के मोर्चे पर कभी चीन तो कभी पाकिस्तान भारत की सीमाओं में घुसपैठ करता था और जब कहीं इसकी आवाज उठती थी तो कांग्रेस नेतृत्व की सरकार कहती थी कि चुप हो जाओ मत बोलना। 2014 के पहले देश की स्थिति क्या थी, व्यापक असंतोष था, अविश्वास था, रोज एक नया घोटाला आ जाता था। कांग्रेस नेतृत्व की UPA की सरकार देश की कीमत पर राजनीति कर रही थी।