तीन दिन से कमरे में बंद थे 7 लोग, चल रहा था तंत्र-मंत्र का खेल

उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर में एक बड़ी घटना होने से बच गई। यहां एक ही परिवार के सात सदस्यों ने खुद को कमरे में कैद कर लिया। एक हफ्ते बाद सूचना मिलने पर पुलिस ने उनका रेस्क्यू किया। जिनमें दो महिलाएं और पांच बच्चे शामिल हैं। भूखे प्यासे होने के कारण सभी की हालत खराब है। आशंका जताई जा रही है कि सभी ने खुद को तंत्र-मंत्र के चलते कमरे में कैद कर लिया था। सभी के चेहरों पर रंग लगा था। फिलहाल गंभीर हालत में सभी को सीएचसी से राजकीय मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया गया है। पुलिस ने मामले को संज्ञान में लिया है और जांच में जुट गई है।
तंत्र-मंत्र का शक
जानकारी के अनुसार तिलहर थाना क्षेत्र के बहादुरगंज स्थित बनारसी नाम के व्यक्ति के मकान के कमरे में दो महिलाओं और पांच बच्चों ने खुद को कमरे में कैद कर अंदर से ताला लगा लिया था। हफ्ते तक घर के अंदर से कोई हलचल न होने पर स्थानीय लोगों ने पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने स्थानीय लोगों की मदद से घर का ताला तोड़कर और उसके बाद कमरे का ताला तोड़कर सातों लोगों को बाहर निकाला। तब उनके चेहरों पर लाल रंग लगा था और सभी भूख प्यास से तड़प रहे थे। इतना ही नही, महिलाएं और बच्चे सही से जवाब तक नहीं दे रहे थे। सभी बहकी बहकी बातें कर रहे थे।
आस-पास रहने वालों को हुआ शक
स्थानीय लोगों ने आशंका जताई है कि, सभी ने खुद को तंत्र-मंत्र के चलते कमरे में कैद किया है। आनन-फानन में पुलिस ने एंबुलेंस मंगाकर सभी को सीएचसी भेजा। जहां सभी का इलाज शुरू किया गया। तीन की हालत गंभीर होने पर उनको राजकीय मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया है। हालांकि सातों लोग अभी कुछ भी ठीक से बोलने की स्थिति में नही हैं। खुद को सभी ने कमरे कैद क्यों किया। इसकी पुलिस जांच कर रही है।
वहीं डाक्टर सजर अहमद ने बताया कि, “एक हफ्ते से सभी ने कुछ खाया पिया नही है। ऐसे में उनकी हालत खराब है। स्थानीय लोगों ने बताया कि, तंत्र-मंत्र के चलते खुद को बंद किया था। सभी ईलाज किया जा रहा है। जिनकी हालत गंभीर है। उनको रेफर किया जा रहा है।”
(शाहजहांपुर से अभिषेक सक्सेना की रिपोर्ट)
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