जनसंख्या नियंत्रण कानून लाने वाला यूपी बनेगा पहला राज्य, संघ की लगी मोहर!

चित्रकूट: संघ प्रमुख मोहन भागवत सहित केंद्रीय कार्यकारिणी के सभी पदाधिकारी धर्मनगरी चित्रकूट में मंथन कर रहे हैं। आज से संघ की क्षेत्रीय प्रचारको और प्रान्त प्रचारको के साथ महत्वपूर्ण बैठकों का दौर शुरू होगा। संघ से जुड़े सूत्रों की मानें तो इससे पहले तीन दिन तक संघ प्रमुख और अन्य पदाधिकारियों के बीच कई महत्वपूर्ण मसलों पर बातचीत हुई है। जिनमें जनसँख्या नियंत्रण , गौ हत्या पर रोक और हाल ही में शुरू हुए राम मंदिर निर्माण का देशवासियों पर प्रभाव सहित तमाम विषयो पर बातचीत होने की खबर हो।
सबसे अहम है जनसँख्या नियंत्रण का विषय जिसे लेकर समय समय आवाज उठती रही है। अब संघ की बैठक में भी ये विषय उठा है जिस पर लंबी बातचीत हुई है ऐसा संघ का मानना है। जानकारी के अनुसार संघ प्रमुख सहित अन्य पदाधिकारी जनसँख्या नियंत्रण के पक्ष में हैं और सबका विचार है कि सरकार को जल्द ही इसके लिए एक कानून लाना चाहिए। फिलहाल आने वाले दिनों में कई राज्यो में विधानसभा चुनाव है जिससे ठीक पहले जनसँख्या नियंत्रण जैसा विषय बड़ा रूप ले सकता है और जानकारों के अनुसार अगर ये कानून मूर्त रूप लेता है तो बीजेपी को चुनावो में सीधा फायदा होगा।
सूत्रों की मानें तो कुछ महीने में यूपी में विधानसभा चुनाव होने हैं और इसी राज्य से जनसँख्या नियंत्रण कानून की अमल में लाने की शुरुआत हो सकती है । सरकार और संघ से जुड़े सूत्र तो यहां तक कहते हैं कि संघ के शीर्ष पदाधिकारियों की इस सम्बंध में सीएम योगी से बातचीत भी हो गई है। गौरतलब हो कि बुधवार शाम संघ प्रमुख से हुई जगतगुरु रामभद्राचार्य की मुलाकात में भी यह विषय उठा था । तुलसीपीठाधीश्वर रामभद्राचार्य ने भी संघ प्रमुख मोहन भागवत से देश मे जनसँख्या नियंत्रण हेतु ठोस प्लान बनाने की बात कही थी। सूत्र बताते हैं कि संघ प्रमुख ने भी इस बात को उचित माना था। अब अगर सियासी जानकारों और संघ से जुड़े सूत्रों की मानें तो जल्द ही यूपी में जनसँख्या नियंत्रण कानून अमल में लाया जा सकता है।
बहरहाल, अभी संघ की प्रमुख बैठक होना शेष है और आगे भी कई विषयों पर बातचीत होने की संभावना है। सूत्रों की मानें तो क्षेत्रीय और प्रान्त प्रचारको से यूपी और एमपी सरकारों के अब तक के कार्यो की जानकारी ली जाएगी जिससे चुनावों से पहले डैमेज कंट्रोल किया जा सके । फिलहाल संघ बैठक के दौरान किसी भी राजनीतिक चर्चा से इन्कार कर रहा है । संघ का कहना है कि सिर्फ संगठन से जुड़े विषयो पर ही चर्चा होनी है। रिपोर्ट- अनुज हनुमत