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पावर डिमांड ने बनाया रेकॉर्ड, दिल्ली में बिजली की पीक डिमांड पहुंची 7026 मेगावॉट के पार

नई दिल्लीः दिल्ली में बिजली की पीक डिमांड 7026 मेगावॉट पहुंच गई। यह 2020 और 2021 को मिलाकर अब तक की सर्वाधिक मांग है। बुधवार और मंगलवार को भी पावर डिमांड ने रेकॉर्ड बनाया था। आज की पावर डिमांड ने उन रेकॉर्ड्स को तोड़ दिया। बुधवार को पीक डिमांड 6921 मेगावॉट थी और मंगलवार को 6592 मेगावॉट।

2019 में 2 जुलाई को बिजली की मांग ऑल-टाइम हाई 7409 मेगावॉट पहुंची थी। लेकिन, पिछले साल गर्मियों में लॉकडाउन आदि के कारण पीक डिमांड में कमी दर्ज की गई और यह सिर्फ 6314 मेगावॉट के आंकड़े को छू पाई । 29 जून, 2020 को पिछले वर्ष की पीक डिमांड दर्ज की गई थी।

इस साल के लिए डिस्कॉम्स ने अनुमान लगाया गया था कि बिजली की मांग 7900 मेगावॉट तक जा सकती है। लेकिन, लॉकडाउन और बारिश-तूफान आदि को देखते हुए लग रहा है कि पीक डिमांड अपेक्षाकृत कम रह सकती है। इस बार पीक डिमांड 7000 मेगावॉट से 7400 मेगावॉट के बीच रहने की संभावना है।

कोविड के इस दौर में, आवश्यक सेवा के तौर पर बीएसईस अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है। अस्पतालों, पैथ-लैब्स, क्वारंटीन सेंटरों, वैक्सीनेशन सेंटरों व अन्य जरूरी सेवाओं को विश्वसनीय बिजली आपूर्ति सुनिश्चित करने के साथ-साथ, बीएसईएस अपने 45 लाख उपभोक्ताओं को भी बेहतर बिजली आपूर्ति उपलब्ध करा रही है। बीएसईएस विभिन्न स्टेकहोल्डरों के साथ कोविड की स्थिति पर नजर रखे हुए है।

उपभोक्ताओं को बेहतर बिजली आपूर्ति उपलब्ध कराने के लिए बीएसईएस ने न सिर्फ बिजली की पर्याप्त व्यवस्था की है, बल्कि बिजली की मांग का लगभग सटीक अनुमान लगाने के लिए वह अत्याधुनिक तकनीकों का भी इस्तेमाल कर रही है। इसमें मौसम का अनुमान लगाने वाली तकनीक भी शामिल है। उल्लेखनीय है कि लोड का लगभग सटीक अनुमान लगाने में तापमान, बारिश, बादल, हवा की गति, हवा की दिशा और उमस आदि की महत्वपूर्ण भूमिका होती है।  रिपोर्ट- कुलदीप

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