गाजियाबाद में सामने आई वैक्सीनेशन के नाम पर अंधेरगर्दी, बिना टीका लगे फोन पर आया वैक्सीनेशन पूरा होने का मैसेज

गाजियाबाद: कोरोना (Corona) जैसी आपदा में भी कुछ लोग अपने काम में लापरवाही करने से बाज नहीं आ रहे हैं। उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) की योगी सरकार एक तरफ जहां लगातार कोरोना वैक्सीन (corona vaccine) को लेकर लोगों में जागरूकता फैलाने के लिए तरह-तरह के कार्यक्रम चला रही हैं, वहीं दूसरी ओर वैक्सीनेशन कार्यक्रम के जिम्मेदार कुछ अधिकारियों की लापरवाही की खबरें भी आ रही हैं।
दरअसल, सूबे में कोरोना महामारी से निपटने के लिए कोरोना टीकाकरण अभियान चलाया जा रहा है। इसके साथ ही शासन- प्रशासन की ओर से लगातार लोगों से वैक्सीन लगवाने की अपील भी की जा रही है। इसी बीच गाजियाबाद में बिना वैक्सीन लगवाए ही एक व्यक्ति को वैक्सीनेशन पूरा होने का मैसेज आ गया है।
बता दें कि गाजियाबाद के रहने वाले दुष्यंत कुमार उपरावल नाम के एक शख्स को अभी वैक्सीन नहीं लगी है। लेकिन, उनका वैक्सीनेशन पूरा होने का मैसेज आ गया है। दुष्यंत ने मामले की शिकायत प्रदेश सरकार और गाजियाबाद प्रशासन से की है। दुष्यंत कुमार उपरावल PNB बैंक में ब्रांच हेड चीफ मैनेजर हैं। इस लिहाज से वो फ्रंट लाइन वर्कर हैं।
दुष्यंत कुमार ने आरोप लगाया है कि जब वो वैक्सीनेशन कराने गए तो वहां उनके साथ महिला डॉक्टर ने अभद्रता करते हुए उनको वैक्सीन नहीं लगाई, तब तक वैक्सीनेशन के रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया पूरी हो चुकी थी। जैसे ही वो वैक्सीनेशन सेंटर से बाहर आए तो उनके मोबाइल पर मैसेज आ गया कि उनका वैक्सीनेशन हो चुका है। फर्जी मैसेज आने के बाद दुष्यंत कुमार उपरावल ने मामले की शिकायत दर्ज कराई है। गाजियाबाद स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने दुष्यंत कुमार को मिलने के लिए बुलाया है।
पीड़ित दुष्यंत कुमार चाहते हैं कि जिन्होंने उनके साथ अभद्रता की है उनके खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए, क्योंकि डॉक्टर और मरीज का रिश्ता बहुत पवित्र और नाजुक होता है। अगर कोई भी डॉक्टर मरीज के साथ इस तरह का व्यवहार करेगा तो कहीं ना कहीं मरीज और डॉक्टर के बीच ये खतरनाक साबित हो सकता है। वहीं, पूरे मामले को लेकर गाजियाबाद के CMO एनके गुप्ता ने कहा है कि मामले की जांच के लिए एक टीम गठित की है। जांच पूरी होने पर जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी।