
पश्चिम बंगाल: 23 वर्षीय मिंटू मांझी ने शुक्रवार को एमजीएम अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड के बाथरूम में दुपट्टे से फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। यह घटना शाम पांच बजे हुई है। घटना के वहां पुलिस पहुंची और मामले की जांच में जुटी।
इमरजेंसी वार्ड के बाथरूम में मिली लाश
पश्चिम बंगाल के पुरुलिया के कांताडीह गांव का निवासी मिंटू मांझी, जिसकी उर्म 23 साल बताई जा रही है, उसने शुक्रवार को एमजीएम अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड के बाथरूम में दुपट्टे से फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। यह घटना शुक्रवार 29 सितंबर की शाम पांच बजे हुई है। घटना की जानकारी मिलते ही इमरजेंसी वार्ड में भर्ती बाकी मरीज परेशान हो गये। जब सफाईकर्मी बाथरूम गया और उसने लाश को देखा तो होमगार्ड को बताया। फिर वहां पुलिस आई और पंखे से लटक रहे लाश को निचे उतारा और जांच शुरु की।
रेलवे लाइन के किनारे पड़ा था जख्मि रुप में
जब ये घटना हुई, उस वक्त मृतक के साथ उसके परिजन मौजूद नहीं थे। पुलिस ने पुरुलिया स्थित उसके गांव में परिजनों से संपर्क किया और घटना की जानकारी उनको दी। जांच के बाद पुलिस के बताया की मरने वाला मिंटू पेशे से मजदूर था।
पुलिस के मुताबिक प्राप्त जानकारी के अनुसार, मिंटू ने शुक्रवार की सुबह पहले ट्रेन से कूदकर आत्महत्या करने का प्रयास किया था। जिसमें उसकी जान तो बच गई लेकिन वो गंभीर रुप से जख्मी हो गया था और सिर में चोट लगी थी।
बता दें, मिंटू ने आत्महत्या करने का मन पहले से ही बना लिया था। पहले तो वो सुबह में ट्रेन से कूदकर जान देने में नाकामयाब हुआ और पुलिस को आदित्यपुर में रेलवे लाइन के किनारे वो घायल रुप में मिला था। पुलिस ने उसे इलाज किया के लिए शुक्रवार दोपहर दो बजे एमजीएम अस्पताल में भेजा जिसके बाद उसका इलाज शुरू हुआ, लेकिन उसने वहां दोबारा से आत्महत्या की कोशिश की और इस बार उसकी मृत्यु हो गई।
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