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उत्तर प्रदेश विधान सभा सत्र 2025, नवाचार और विकास की नई पहल

UP All Party Meeting : उत्तर प्रदेश विधान सभा के द्वितीय सत्र की शुरूआत 11 अगस्त, 2025 से होने जा रही है. विधान सभा अध्यक्ष सतीश महाना ने सभी राजनीतिक दलों से सदन के सुचारु संचालन के लिए सहयोग की अपील की है. उन्होंने कहा कि सदन का संचालन केवल सहयोगात्मक माहौल में ही संभव है जहां तर्कपूर्ण संवाद से जनसमस्याओं का समाधान हो. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में प्रदेश में जो नयी नीतियां और नवाचार लागू किए जा रहे हैं, वे उत्तर प्रदेश को विकसित और मजबूत बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं.


सकारात्मक संवाद से होगा सार्थक समाधान

विधान सभा अध्यक्ष ने कहा कि सदन में सभी दलों का सहयोग और सकारात्मक माहौल जनसमस्याओं के समाधान के लिए आवश्यक है. उन्होंने कहा कि तार्किक और तथ्यपरक संवाद से ही प्रभावी निर्णय लिए जा सकते हैं. सदन में नए नवाचारों ने इसकी कार्यप्रणाली को और मजबूत किया है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की प्रेरणा से विधान सभा में डिजिटाइजेशन, गैलरी और सभाकक्ष के नवीनीकरण जैसे महत्वपूर्ण कार्य हुए हैं, जिन्हें अन्य राज्यों के प्रतिनिधि भी देखने आते हैं.


विकसित भारत, विकसित उत्तर प्रदेश-2047’ विजन डॉक्यूमेन्ट पर जोर

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि यह सत्र ‘विकसित भारत, विकसित उत्तर प्रदेश-2047’ विजन डॉक्यूमेन्ट की तैयारी और कार्ययोजना पर चर्चा के लिए महत्वपूर्ण होगा. 13 अगस्त से 24 घंटे तक सदस्यों द्वारा सकारात्मक चर्चा की जाएगी जो प्रदेश और देश की प्रगति में सहायक होगी. यह विजन डॉक्यूमेन्ट प्रदेश के विकास में मील का पत्थर साबित होगा और इसे तीन माह के भीतर तैयार करने का लक्ष्य रखा गया है. इसके साथ ही जनता के विचार जानने के लिए QR कोड सार्वजनिक स्थानों पर लगाए जाएंगे.


सदन का नवीनीकरण और लोकार्पण

इस अवसर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विधान भवन के प्रवेश द्वार के नवीनीकृत गुंबद, अतिविशिष्ट जलपान गृह, सभा मंडप और सभाकक्ष संख्या 15 का लोकार्पण किया. इन नवीनीकरण कार्यों को देश के लिए अनुकरणीय बताया जा रहा है, जो विधान सभा की गरिमा और कार्यक्षमता को बढ़ाते हैं.


सभी दलों ने जताया सहयोग का भरोसा

संसदीय कार्य मंत्री सुरेश कुमार खन्ना ने कहा कि सदन का सुचारु संचालन तभी संभव है जब सभी दल मिलकर काम करें. सभी राजनीतिक दलों ने सहयोग देने का आश्वासन दिया. विपक्ष के नेता सहित अन्य दलों ने सदन में सकारात्मक भूमिका निभाने और प्रदेश के विकास के मुद्दों को लेकर चर्चा करने का संकल्प जताया. यह सदन की कार्यप्रणाली को और पारदर्शी और प्रभावी बनाएगा.


प्रदेश विकास के लिए साझा प्रयास

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सदस्यों से आग्रह किया कि वे संसदीय परंपराओं का पालन करते हुए अपने सुझाव सदन में प्रस्तुत करें और सकारात्मक माहौल में चर्चा को बढ़ावा दें. उन्होंने कहा कि यह प्रयास केवल किसी एक दल का नहीं बल्कि पूरे प्रदेश का एजेंडा है. सभी सदस्य ‘विकसित भारत, विकसित उत्तर प्रदेश-2047’ विजन डॉक्यूमेन्ट को सफल बनाने के लिए मिलकर काम करें ताकि उत्तर प्रदेश का समग्र एवं सतत विकास सुनिश्चित हो सके.


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