Uttar Pradesh

यूपी बीजेपी इस हफ्ते नए अध्यक्ष का ऐलान करेगी, गैर-यादव ओबीसी नेता पर दांव

UP News : उत्तर प्रदेश में बीजेपी ने अपने नए प्रदेश अध्यक्ष के चुनाव की तैयारी तेज कर दी है. मंगलवार को पार्टी ने यूपी के 75 जिलों के 327 प्रदेश परिषद सदस्यों की सूची जारी की. इससे संकेत मिल रहे हैं कि यूपी बीजेपी ने नया प्रदेश अध्यक्ष चुनने की दिशा में एक और कदम बढ़ा दिया है. उम्मीद है कि पार्टी इसी हफ्ते प्रदेश अध्यक्ष का ऐलान कर देगी.

बीजेपी के मौजूदा प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी का कार्यकाल पहले ही खत्म हो चुका है. ऐसे में पार्टी 2026 के पंचायत चुनाव और 2027 के विधानसभा चुनाव से पहले संगठन में बड़े बदलाव की तैयारी कर रही है. 16 दिसंबर से खरमास शुरू होने से पहले पार्टी प्रदेश अध्यक्ष का चुनाव करना चाहती है और इसी को ध्यान में रखते हुए गैर-यादव ओबीसी चेहरे पर दांव खेलने की योजना बनाई गई है.

327 परिषद सदस्यों के नाम जारी

उत्तर प्रदेश में बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष के चुनाव को लेकर पूरी तरह सक्रिय हो गई है. इसी क्रम में पार्टी ने सभी जिलों के 327 प्रदेश परिषद सदस्यों के नाम जारी कर दिए हैं. ये सदस्य ही प्रदेश अध्यक्ष के चुनाव में वोटिंग करेंगे. इसलिए इनके नामों की घोषणा को प्रदेश अध्यक्ष चुनाव की औपचारिक शुरुआत माना जा रहा है.

प्रदेश अध्यक्ष चुनाव की तैयारी पूरी

बीजेपी ने यूपी के 98 संगठनात्मक जिलों में से 84 जिलाध्यक्षों की घोषणा कर दी है. इन जिलों के लिए प्रदेश परिषद सदस्यों के नाम भी घोषित किए गए हैं. हर विधानसभा क्षेत्र से एक सदस्य चुना गया है, जिसे प्रदेश अध्यक्ष चुनाव के वोटर लिस्ट से जोड़ा गया है. ये सदस्य मिलकर नए प्रदेश अध्यक्ष के नाम पर औपचारिक सहमति बनाएंगे. माना जा रहा है कि खरमास शुरू होने से पहले पार्टी में नए प्रदेश अध्यक्ष का ऐलान हो जाएगा.

ओबीसी नेता हो सकते हैं यूपी बीजेपी अध्यक्ष

सूत्रों के अनुसार, बीजेपी यूपी में अपने संगठन की कमान ओबीसी समुदाय के किसी नेता को सौंप सकती है. इस चर्चा में कई ओबीसी नेताओं के नाम सामने आ रहे हैं. योगी सरकार के मंत्री धर्मपाल सिंह, केंद्रीय मंत्री बीएल वर्मा और पूर्व सांसद साध्वी निरंजन ज्योति के नाम पिछले कुछ दिनों से चर्चा में हैं. ऐसे में बीजेपी अध्यक्ष की रेस में जिन नेताओं के नाम चल रहे हैं, वे सभी गैर-यादव ओबीसी समाज से हैं.

बीजेपी की नजर ओबीसी वोटबैंक पर

माना जा रहा है कि बीजेपी किसी गैर-यादव ओबीसी को प्रदेश अध्यक्ष बनाकर समाजवादी पार्टी के पीडीए फॉर्मूले को टक्कर देने की रणनीति बना रही है. इस तरह पार्टी 2017 के सियासी फॉर्मूले की दिशा में एक कदम फिर से बढ़ा रही है, क्योंकि सपा के पीडीए वाले समीकरण ने 2024 के चुनाव में उसे बड़ा झटका दिया था. इसी वजह से बीजेपी का फोकस ओबीसी के बड़े वोटबैंक को साधने पर है.

यह भी पढ़ें “सरकार का जुमला और लोकतंत्र पर हमला” कहते हुए पल्लवी पटेल ने SIR फॉर्म भरने से किया इनकार

Hindi Khabar App: देश, राजनीति, टेक, बॉलीवुड, राष्ट्र,  बिज़नेस, ज्योतिष, धर्म-कर्म, खेल, ऑटो से जुड़ी ख़बरों को मोबाइल पर पढ़ने के लिए हमारे ऐप को प्ले स्टोर से डाउनलोड कीजिए. हिन्दी ख़बर ऐप

Related Articles

Back to top button