Uncategorized

Madhya Pradesh: करौली माता मंदिर जा रहे थे श्रद्धालु, चंबल नदी में डूबे

Madhya Pradesh: राजस्थान के करौली माता मंदिर (Karauli Mata Temple) दर्शन करने जा रहे 17 पैदल यात्री चंबल नदी में डूब गए। जिसमें से आठ लोग तैरकर बाहर निकल गए। और 7 लोग नदी में डूब गए। नदी से तीन शव फिलाहाल बरामद किए जा चुके हैं।

चंबल नदी में डूबे 17 पैदल यात्री Madhya Pradesh

मध्यप्रदेश के शिवपुरी जिले से एक बेहद दुखद खबर सामने आई है। दरअसल मध्यप्रदेश से राजस्थान के करौली माता मंदिर दर्शन करने जा रहे पैदल यात्रियों चंबल नदी (Chambal River) में डूब गए। हादसे में कुल 17 लोगों के डूबने की खबर सामने आई थी। जिसमें से आठ लोग तैरकर बाहर निकल आये लेकिन सात लोग पानी में डूब गए। घटनास्थल पर गोताखोरों की मदद  से तीन लोगों के शव पानी से बाहर निकाले गए। लेकिन चार लोग अभी भी चंबल नदी में लापता हैं।  घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस और जिला प्रशासन की टीम मौके पर पहुंची। अधिकारियों ने मौके पर गोताखोरों की टीम को बुलाकर रेस्क्यू शुरू किया।

करौली माता मंदिर दर्शन के लिए जा रहे थे श्रद्धालु Madhya Pradesh

जानकारी के मुताबिक शिवपुरी जिले के कुशवाह समाज (Kushwaha Society) के 17 लोग करौली माता मंदिर के दर्शन करने निकले थे। पैदल यात्रा में श्रद्धालुओं में पुरुषों के साथ महिलाएं भी शामिल थीं। शनिवाbर सुबह श्रद्धालु मुरैना जिले के रायडी-राधेन घाट से चम्बल नदी पार कर रहे थे। इसी दौरान पानी का बहाव अचानक तेज हो गया और तेज बहाव में सभी लोग बहने लगे। बता दें इनमें से आठ लोग तैरकर नदी के दोनों घाटों पर पहुंच गए। लेकिन सात लोग पानी में डूब गए। दो घंटे की मेहनत के बाद गोताखोरों ने एक महिला और तीन लोगों के शव पानी से बाहर निकाले।

मुख्यमंत्री शिवराज ने शोक संवेदना प्रकट की

मामले के तूल पकड़ते ही खबर पूरे राज्य में फैल गई। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवरज सिंह चौहान (Chief Minister Shivraj Singh Chouhan) ने हादसे का संज्ञान लेते हुए शोक प्रकट किया है। साथ ही सीएम शिवराज ने मुख्यमंत्री कार्यालय और जिला प्रशासन को रेस्क्यू ऑपरेशन तेज करने के निर्देश दिये हैं। मुख्यमंत्री शिवराज के निर्देश पर जिला प्रशासन जरूरी संसाधनों के साथ घटनास्थल पर मौजूद है। साथ ही एसडीआरएफ एवं स्थानीय गोताखोरों की मदद से नदी में बह गए लोगों की तलाश की जा रही है। रेस्क्यू ऑपरेशन की मॉनिटरिंग खुद मुख्यमंत्री कार्यालय कर रहा है।

ये भी पढ़ें: Uttar Pradesh: पहले किया दुष्कर्म, फिर दी जान से मारने की धमकी

Related Articles

Back to top button