मणिपुर में हो रही हिंसा का जिम्मेदार कौन, इंटरनेट बंद करने से होगा समाधान ?

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मणिपुर में हो रही हिंसक घटनाएं आग की तरह फैल कर उन तमाम संविधान के दस्तावेजों को जला रही जिसमें यह लिखा है कि भारत में हर एक जाति समुदाय और नागरिकों को समान अधिकार है। वे स्वतंत्रता से अपनी बात बोल, कह सकते है। अपने हक के लिए आवाज उठा सकते हैं। अपने खिलाफ हुए अत्याचारों के लिए लड़ सकते हैं।


कुछ दिनों पहले मणिपुर से आई औरतों के साथ दरिंदगी की वीडियो ने सोशल मीडिया के साथ-साथ लोगों में भी तहलका मचा दिया है। राजनीतिक गलियारों से लेकर आम जनता के बीच इस बात को लेकर आक्रोश दिख रहा हैं। लोग जगह-जगह प्रदर्शन करते नजर आ रहे हैं। पर इन सबके बीच सवाल यह है कि पीछले ढाई महिने से चल रही इस हिंसा के बारे में क्या आज जा कर सबको ख़बर लगी। क्या आज उन्हे पता चला की मणिपुर के हालात कितने बद्त्तर हैं, या फिर ये कहना सही होगा कि इस देश के लोग सही चीजों पर आवाज उठाने के बजाय भेड़ चाल में चलना और स्थिती की गंभीरता को ना समझते हुए ऐसे मुद्दों पर वोटों की रोटियां सेंकना ज्यादा पसंद करते हैं। उन्हें किसी के जीवन का कोई मोल नही। क्या ये सवाल जरूरी नहीं कि पीएम मोदी ने अब तक न जाने कितने ही जगहों का दौरा कर लिया पर मणिपुर के इतने बुरे हालात होते हुए भी वहां क्यों नही गए। तभी तो मणिपुर के इतने बुरे हालात होने के बावजुद एक दूसरे पर इल्जाम लगाने के अलावा कोई जरूरी और असरदार एक्शन नहीं लिया जा रहा।
मणिपुर में इंटरनेट बंद करवाने से क्या हिंसा रूक गई ? बल्कि महिलाओं के साथ 4 मई को हुई घटना के अलावा भी ऐसी बहुत सी घटनाएं हुई जिनके बारे में हमें कोई जानकारी ही नही। जो अब छन-छन कर सामने आ रही हैं।


1- 5 मई को दो और कुकी महिलाओं के साथ रेप हुआ था। मीडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, 16 मई को कांगपोकपी के सैकुल थाने में 21 साल और 24 साल की दो लड़कियों की मौत पर जीरो FIR दर्ज हुई थी।ये दोनों इम्फाल में एक कार वॉश में काम करती थीं। शिकायत के मुताबिक लड़कियों के किराये के घर में भीड़ ने उनके साथ रेप किया गया और फिर उनकी बर्बरता से हत्या कर दी गई।


2- मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, 6 मई को 45 साल की एक महिला को निर्वस्त्र किया गया और उसे जला दिया गया। एक पादरी ने बताया कि 7 मई को महिला की आधी जली बॉडी मिली थी। उसके शरीर पर कपड़े नहीं थे।


3- मणिपुर के काकचिंग जिले की एक वीभत्स घटना अभी सामने आई है। 80 साल की एक महिला अपने घर में थीं। लेकिन हथियारबंद लोगों ने उनके घर को पहले बाहर से बंद कर दिया और फिर आग के हवाले कर दिया। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, ये घटना 28 मई की है।


इन सब के अलावा भी ना जाने कितनी ही ऐसी खबरे हैं जिनके बारे में हमें आपको नहीं पता पर ये सिर्फ मणिपुर के वे लोग जानते हैं जिनके साथ ये घटनाएं हो रहां और जो इसे जी रहे।

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