
प्रधानमंत्री मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में अगले साल दुनिया की सबसे बड़ी क्रूज सेवा को शुरू करने वाली है। बता दें गतिशील योजना के तहत सरकार वाराणसी से बांग्लादेश के रास्ते गंगा और ब्रह्मपुत्र नदियों की लहरों से होते हुए 4000 किलोमीटर का रिवर क्रूज सफर को लॉन्च करेगी। जहां इससे सरकार जल्द ही आध्यात्मिक नगरी काशी से पूर्वोत्तर की खूबसूरत वादियों को जोड़ना है। हालांकि इसकी तैयारी में जुटे भारतीय अंतर्देशीय जलमार्ग प्राधिकरण ने सर्वे को शुरू कर दिया है। इसके साथ जल्द ही इस पर काम पूरा होने की उम्मीद भी है।
क्या होगा क्रूज सर्विस का रूट
मोदी सरकार में जलमार्ग मंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने कहा, गंगा विलास क्रूज 50 दिनों की सबसे लंबी रिवर क्रूज यात्रा में वाराणसी से डिब्रूगढ़ तक 27 नदियों कवर करेगा और विश्व धरोहर स्थलों सहित 50 से अधिक पर्यटक स्थलों का दौरा करेगा। वही 50-दिवसीय क्रूज 10 जनवरी को वाराणसी से रवाना होगा और 1 मार्च को कोलकाता और ढाका से गुजरते हुए असम के डिब्रूगढ़ जिले के बोगीबील पहुंचेगा। बता दें यह दुनिया में सबसे बड़ी रिवर यात्रा होगी। इसका इस्तेमाल टूरिज्म, व्यापार और कार्गो ट्रांसपोर्ट को आसान बनाने में किया जा सकेगा।