पीएम मोदी मणिपुर हिंसा पर अपना मुंह खोलें – AAP सांसद राघव चड्ढा

मणिपुर में जारी हिंसा के मुद्दे को लेकर सड़क से लेकर संसद तक घमासान जारी है। आपको बता दें कि मानसून सत्र के दौरान संसद के दोनों सदनों में जोरदार हंगामा हो रहा है। विपक्षी दल इस मुद्दे पर संसद में पीएम मोदी (PM Modi) के बयान और चर्चा की मांग कर रहे हैं। जबकि सत्ता पक्ष ने आरोप लगाया कि हम चर्चा के लिए तैयार हैं, लेकिन विपक्षी नेता ही भाग रहे हैं। इन सबके बीच बुधवार (26 जुलाई) को विपक्ष ने लोकसभा में सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पेश किया। इसको लेकर आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद राघव चड्ढा का बयान सामने आया है। उन्होंने बताया कि लोकसभा में केंद्र के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव क्यों लाया गया है।
राघव चड्ढा ने कहा कि कई बार पार्लियामेंट्री इंस्ट्रूमेंट इसलिए भी इस्तेमाल किए जाते हैं कि सरकार को मजबूर किया जाए कि वो सदन के भीतर आकर देश के ज्वलंत मुद्दों पर जवाब दे। मोशन का नतीजा क्या होगा? मोशन कौन हारेगा और कौन जीतेगा उसकी परवाह करने की जरूरत नहीं है।
उन्होंने कहा कि इस समय सरकार और सरकार के मुखिया प्रधानमंत्री सदन के भीतर आकर जवाब दें। मणिपुर पर अपना मुंह खोलें। मणिपुर के लोगों की चीखें उनके कानों तक पहुंचीं है कि नहीं पहुंचीं इस पर जवाब दें। भारत के संसदीय इतिहास में, संसद के भीतर बहस, संवाद और चर्चा के महत्वपूर्ण उपकरणों का प्रयोग किया जाता है।
राघव चड्ढा ने आगे कहा कि परिणाम चाहे जो भी हो, इनका प्रयोग एक महत्वपूर्ण मुद्दे पर लंबी अवधि की चर्चा के एकमात्र उद्देश्य और भारत के प्रधान मंत्री को संसद में आने और लोगों और लोकसभा के सदस्यों द्वारा उठाए गए मुद्दों पर जवाब देने के लिए मजबूर करने के लिए किया जाता है।