
नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज देश का पहला स्वदेशी एयरक्राफ्ट कैरियर INS विक्रांत को भारतीय नौसेना को सौंपा। पीएम मोदी साढ़े नौ बजे कोच्चि स्थित कोचीन शिपयार्ड लिमिटेड में पहुंचे जहां उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया।
इस मौके पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, केरल के गवर्नर आरिफ मोहम्मद खान और मुख्यमंत्री पिनराई विजयन भी मौजूद थे। बता दें कि, INS विक्रांत देश में निर्मित सबसे बड़ा युद्धपोत है। ये एयरक्राफ्ट कैरियर 20 मिग-29 फाइटर जेट्स ले जाने में सक्षम है। इसकी लागत करीब 20 हजार करोड़ रुपए है। 1971 की जंग में INS विक्रांत ने अपने सीहॉक लड़ाकू विमानों से बांग्लादेश के चिटगांव, कॉक्स बाजार और खुलना में दुश्मन के ठिकानों को तबाह किया था।
13 साल में तैयार हुआ INS विक्रांत
INS विक्रांत को बनने में पूरे 13 साल लगे हैं। साल 2009 में इसकी शुरूआत हुई थी। बाद में 2011 में इसका ढांचा बनकर तैयार हुआ था। वहीं, बीते साल अगस्त में इसे पहली बार समंदर में उतारा गया, और अगले साल तक ये पूरी तरह आपरेशनल हो जाएगा।