Pakistan: देश में गहराया आर्थिक संकट, जीवन रक्षक दवाइयों की हुई कमी

Pakistan runs short of life-saving drugs

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Pakistan: देश में आर्थिक संकट के बादल फट गए हैं। मीडिया रिपोर्टों में सोमवार को कहा गया है कि पाकिस्तान की दवा नियमितता प्राधिकरण (DRAP) की मूल्य निर्धारण नीति और गिरते रुपये के कारण देश में महत्वपूर्ण दवाओं की बहुत कमी हो गई है।

“डॉलर के मुकाबले पाकिस्तानी मुद्रा के अत्यधिक मूल्यह्रास और DRAP की विवादास्पद दवा मूल्य निर्धारण नीति के कारण, उनकी कीमतें कई गुना बढ़ गई हैं। आयातकों के लिए उन्हें DRAP द्वारा दी गई मौजूदा कीमतों पर लाना आर्थिक रूप से मुश्किल हो गया है।” फार्मासिस्ट और जैविक उत्पादों के आयातक अब्दुल मन्नान ने द न्यूज के हवाले से बताया।

अधिकारियों ने ये जानकारी दी है कि सार्वजनिक और निजी दोनों स्वास्थ्य सुविधाओं को टीकों, कैंसर उपचारों, प्रजनन दवाओं और एनेस्थीसिया की कमी का सामना करना पड़ रहा है। द न्यूज के हावाले , इस बात की भी जानकारी मिली है कि फिलहाल, सबसे महत्वपूर्ण दवा जो स्वास्थ्य सुविधाओं को आपूर्ति नहीं की जा रही है, वो हेपरिन है। ये खून को पतला करने वाला एजेंट है। गौरतलब है कि इसका इस्तेमाल हृदय संबंधी बीमारियों के लिए किया जाता है।

हालांकि सिरप, टैबलेट और इंजेक्शन सहित अधिकांश मौखिक दवाएं स्थानीय रूप से उत्पादित की जाती हैं। लेकिन आपको बता दें कि पाकिस्तान अधिकांश जैविक उत्पादों का आयात करता है। गौरतलब है कि इनमें सभी टीके, कैंसर रोधी दवाएं और उपचार, हार्मोन, फर्टिलिटी दवाएं और साथ ही भारत, चीन, रूस से अन्य उत्पाद शामिल हैं। द न्यूज ने ये जानकारी दी है।

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