Russia: दुनिया की सबसे पहली कोरोना वैक्सीन बनाने वाली टीम के सदस्य की हत्या

दुनिया का पहला कोरोना वायरस रोधक टीका स्पुतनिक v बनाने वाली टीम के एक सदस्य की हत्या कर दी गई है। शनिवार को आंद्रे बोटीकोव की एक युवक ने बेल्ट से गला दबाकर हत्या कर दी।
जानिए पूरी घटना
यह घटना शनिवार की है। बोटीकोव की किसी युवक से बहस हो रही थी। इसी बीच युवक ने बोटीकोव का गला बेल्ट से दबा दिया और वहां से भाग निकला। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक रसियन फेडरेशन की जांच समिति के हवाले से बताया गया कि नेशनल फॉर इकोलॉजी एंड मैथमेटिक्स में वरिष्ठ शोधकर्ता के रूप में काम करने वाले 47 वर्षीय बोटिकोव गुरुवार को अपने अपार्टमेंट में मृत पाए गए थे। इस मामले में पुलिस ने एक युवक को दोषी करार दिया है। हत्या की जांच कर रही जांच एजेंसी रूसी जांच प्राधिकरण ने मामले में बयान जारी कर कहा है कि आरोपी पर पहले भी कई गंभीर मामलों में केस दर्ज है।
रूसी वैज्ञानिक बोटीकोव की मौत की जांच कर रहे हैं।
पुतिन ने किया सम्मानित
बोटीकोव को रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की तरफ से 2021 में कोविड वैक्सीन पर काम करने के लिए वायरोलॉजिस्ट बोटीकोव को ऑर्डर ऑफ मेरिट फॉर द फादरलैंड अवार्ड से भी सम्मानित किया जा चुका है।
दुनिया की पहली पंजीकृत वैक्सीन
स्पुतनिक एक एडेनोवायरस वायरल वेक्टर है. इस वैक्सीन को रूस में गमलेया रिसर्च इंस्टीट्यूट ऑफ एपिडेमियोलॉजी एंड माइक्रोबायोलॉजी ने विकसित किया है। COVID-19 की रोकथाम के लिए स्पुतनिक v को 11 अगस्त 2020 को रूसी स्वास्थ्य मंत्रालय ने पंजीकृत किया था।