बांग्लादेश में सनकी प्रेमी अबू बक्र ने हिंदू लड़की कविता के टुकड़े कर दिए

अबू बक्र ने कविता रानी से मुलाकात की, प्यार हो गया, फिर उसे मार डाला और बांग्लादेश में उसके टुकड़े-टुकड़े कर दिए। इस मामले में 18 मई को दिल्ली में आफताब अमीन पूनावाला द्वारा गला घोंटकर 35 टुकड़ों में काट दी गई श्रद्धा वाकर की हत्या के समान समानताएं हैं।
6 नवंबर को, अबू बक्र काम पर नहीं आया और फोन पर संपर्क नहीं हो सका। जिस ट्रांसपोर्ट फर्म के लिए वह काम करता था उसके मालिक ने जब बकर के किराए के मकान में एक व्यक्ति को भेजा तो वह बाहर से बंद था। अबू बक्र के लापता होने पर शक बढ़ने पर मकान मालिक ने पुलिस को सूचना दी।
पुलिस ने पहुंचकर दरवाजा खोला तो डिब्बे में एक महिला का बिना सिर का शव मिला। उसके सिर को अलग रखा गया था, पॉलीथिन में लपेटा गया था। हाथ गायब थे। मृतक की पहचान कालीपद बछार की बेटी कविता रानी के रूप में हुई है।
7 नवंबर को पुलिस ने अबू बक्र को उसकी लिव-इन पार्टनर सपना के साथ गिरफ्तार किया था। बांग्लादेश की रैपिड एक्शन बटालियन (आरएबी) के अधिकारी ने कहा कि अबू बक्र और सपना पिछले चार साल से गोबरचाका स्क्वायर इलाके में एक घर में एक साथ रह रहे थे।
हाल ही में अबू बक्र कविता के करीब आ गया, फिर उसकी बेरहमी से हत्या कर दी और उसके कई टुकड़े कर दिए। वे हत्या से पांच दिन पहले ही मिले थे।
5 नवंबर को अबू बकर ने कविता को अपने किराए के घर में आमंत्रित किया, जबकि सपना काम पर थी। लेकिन दोनों के बीच कहासुनी हो गई और बकर ने गुस्से में आकर उसकी गला दबाकर हत्या कर दी। उसने सिर को शरीर से अलग कर दिया, उसके हाथ काट दिए और उन्हें एक नाले में फेंक दिया। उसके सिर को पॉलीथिन में लपेट कर रखा गया था और उसके भागने से पहले बाकी के शरीर को एक बॉक्स में फेंक दिया गया था।
आरएबी के अधिकारी ने यह भी खुलासा किया कि उसी रात अबू बक्र ने अपने लिव-इन पार्टनर सपना के साथ रूपसा नदी पार की और ढाका के लिए रवाना हो गए। लेकिन अगले दिन कविता रानी का शव उनके किराए के घर से बरामद होने के बाद पुलिस ने तलाशी अभियान शुरू किया।