
कुछ हफ्तों में प्याज की कीमत दोगुनी हो गई है। दिल्ली एनसीआर में एक किलो प्याज 80 रुपये हो गए है। प्याज की कीमत एक सप्ताह में 15 से 20 रुपये प्रति किलो बढ़ गई है। भविष्य में प्याज 100 रुपये से अधिक की कीमत हो जाएगी।
कुछ महीने पहले, टमाटर की कीमतें भी बड़ गईं थी। 200 रुपये प्रति किलो टमाटर की कीमत पहुंच गई। अब प्याज की कीमतें भी तेजी से बढ़ रही हैं, जो आम लोगों के किचेन का बजट खराब कर सकता है। हालाँकि, आम जनता को राहत देने और प्याज की बढ़ती कीमतों को नियंत्रित करने के लिए सरकार ने विशिष्ट योजना बनाई है।
यहां सरकार बेच रही सस्ता प्याज!
त्योहारी सीजन में आम लोगों को महंगाई से राहत देने के लिए दिल्ली एनसीआर में सरकार 25 रुपये प्रति किलो पर प्याज बेच रही है. यह बफर स्टॉक वाले प्याज हैं, जिसे आसपास के राज्यों से मंगाया गया है. सरकार बफर प्याज को दो सहकारी निकायों एनसीसीएफ और एनएएफईडी आउटलेट और वाहनों के माध्यम से 25 रुपये प्रति किलोग्राम की रियायती दर पर बेच रही है.
प्याज निर्यात करने के लिए शुल्क की घोषणा
सरकार ने प्याज की कीमतों पर लगाम लगाने का एक और महत्वपूर्ण निर्णय लिया है। DJEFT ने शनिवार को प्याज का निर्यात शुल्क 800 डॉलर प्रति टन करने का ऐलान किया है। इसका अर्थ है कि भारत से बाहर प्याज करीब 67 रुपये प्रति किलो खरीदना होगा। सरकार के इस निर्णय से घरेलू बाजारों में अधिक प्याज आएगा और देश के बाहर कम प्याज आएगा। इससे बढ़ती कीमत पर प्रतिबंध लगाया जाएगा।
कई राज्यों से मंगाया जा रहा प्याज
सरकार ने टमाटर की बढ़ती कीमतों के बीच एक अलग निर्णय लिया। प्याज पहले ही बफर स्टॉक में था। कई राज्यों में प्याज का बफर स्टॉक था। सरकार अब इन स्टॉक को बाहर निकाल रही है और आपूर्ति के साथ प्याज को कम दामों पर बेच रही है।