मुसाहिबवाला में घग्गर का टूटा बांध, तीन हजार एकड़ फसलें जलमग्न, कई गांवों का पलायन

हरियाणा से पंजाब के साथ लगते सिरसा के गांव मुसाहिबवाला से घग्गर का बांध टूटने के कारण गांव पनिहारी में बाढ़ की स्थिति बनी हुई है। घग्गर नदी का जलस्तर अब 35 हजार क्यूसेक तक पहुंच गया है। किसान अब मायूस होकर अपनी आंखों से फसल को खराब होते हुए देख रहे है।
घग्गर नदी अब अपने विकराल रूप पर आ गई है। मुसाहिबवाला से घग्गर का बांध टूटने के मुसाहिबवाला और पनिहारी गांव की करीब तीन हजार एकड़ फसल जलमग्न हो गई है। पनिहारी गांव के साथ अब घग्गर का पानी लग चुका है। यहां पर कभी भी गांव का बांध टूटने की आशंका बनी हुई है। जिसके पश्चात पनिहारी गांव के साथ लगते गांव नेजाडेला खुर्द, बुर्जकर्मगढ़ और फरवाई कला भी खतरे में है। वहीं प्रशासनिक अधिकारी लगातार घग्गर के बड़े बांध को मजबूत करने व गांवों की स्थिति जांचने के लिए पहुंच रहे है। घग्गर नदी का जलस्तर अब 35 हजार क्यूसेक तक पहुंच गया है। जबकि अभी लगातार स्थिति खराब हो रही है।
बीते दिन रात को पंजाब के साथ लगते गांव मुसाहिबवाला से घग्गर का बांध टूटने के कारण गांव पनिहारी में बाढ़ की स्थिति बनी हुई है। पनिहारी गांव के अब दो तरफ दूर-दूर तक फसलों में जलभराव की स्थिति बनी हुई है। यहां पर धान सहित अन्य फसलों में तीन से चार फुट तक जलभराव हो गया है। किसान अब मायूस होकर अपनी आंखों से फसल को खराब होते हुए देख रहे है। जबकि उसे बचाने के लिए किसानों के पास कोई भी विकल्प नहीं बचा है।
हालांकि अभी गांव के साथ बने बांध पर घग्गर का पानी लगा हुआ है। अगर अब अधिक पानी पहुंचता है तो यहां पर गांव में भी जलभराव होने का डर सता रहा है। वहीं पनिहारी गांव के दूसरी तरफ का बांधा भी नेजाडेला खुर्द के पास से टूट गया है। जिसके बाद पानी बड़े बांध के साथ लगा हुआ है। यहां पर भी घग्गर के अंदर करीब एक हजार एकड़ फसल जलमग्न हो गई है। इससे किसानों को काफी नुकसान हुआ है।
शनिवार सुबह स्थिति खराब होने के कारण बुजकर्मगढ़ के सरपंच सहित ग्रामीणों ने रोड जाम कर दिया। किसानों ने आरोप लगाया कि गांव से पानी की निकासी नेशनल हाईवे के नीचे बने साइफनों से होती है लेकिन आगे के किसानों ने वह साइफन बंद कर दिए है। अगर उनके गांव में पानी पहुंचता है तो चार गांव डूब जाएंगे। जिससे भारी नुकसान हो सकता है। लेकिन अन्य गांवों के किसान व ग्रामीण साइफन बंद कर रहे है। जिससे स्थिति काफी खराब हो जाएगी । किसानों व गांव सरपंच ने यहां पर प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी भी की है।
गांवों से लोग कर रहे प्लायन, अधिकारी दे रहे आश्वासन
गांव मुसाहिबवाला के पास बांध टूटने के बाद यहां पर खेतों में बनी करीब 10 ढाणियों में जलभराव की स्थिति बन गई है। जिससे प्रशासन की ओर से खाली करवा दिया गया है। वहीं रानियां क्षेत्र के भी कई गांवों से लोग पलायन कर रहे है और सामान लेकर शहर की तरफ पहुंच रहे है। गांव फरवाई, मुसाहिबवाला, पनिहारी, बणी सहित अन्य कई गांवाें को खाली करने को लेकर भी प्रशासन की ओर से बीते दिन अपील की गई थी।