
नई दिल्ली: दक्षिणी दिल्ली नगर निगम ने नवरात्र और रमजान के पाक महीने के दौरान मांस की दुकानें (meat shops) खोलने पर प्रतिबंध लगा दिया है। इस संबंध में सोमवार को दिशा-निर्देश जारी कर दिए गए हैं। जिसके बाद दिल्ली नगर निगम (South Delhi Municipal Corporation) ने मंगलवार से इस दिशा निर्देश को सख्ती के साथ क्षेत्र में लागू कराने का निर्णय लिया है। आपको बता दें कि दक्षिणी निगम के महौपार मुकेश सूर्यान ने सोमवार को देर शाम इसकी जानकारी दी है।
दक्षिणी निगम के महौपार मुकेश सूर्यान का कहना है कि नवरात्र में दिल्ली के अंदर बहुत से लोग व्रत रखते हैं, इस बीच करीब 99 फीसदी लोग लहसन प्याज तक नहीं खाते क्योंकि इस दौरान लोग मां दुर्गा की विशेष पूजा करते हैं। महौपार मुकेश सूर्यान ने आगे कहा कि इस समय रमजान का पवित्र महीना भी चल रहा है, इस दौरान लोग सात्विक दिनचर्या अपनाते हैं। ऐसे में उनके पास ऐसे समय में मीट की दुकानें बंद करने के कई सुझाव आए थे।
इसके साथ ही नागरिकों ने पत्र लिखकर धार्मिक स्थलों के पास की मांस की तमाम दुकानों को बंद कराने का अुरोध किया था। लेकिन उन्होंने पिक एंड चूज से बचते हुए केवल धार्मिक स्थलों के आसपास की ही नहीं, बल्कि निगम क्षेत्र की सारी मांस की दुकानों को बंद करने का फैसला किया है। इस बीच जो लोग इस कानून का पालन नहीं करेंगे उनसे जुर्माना वसूला जाएगा। महापौर मुकेश सूर्यान ने बताया कि आने वाले दिनों में मीट की दुकानों के लिए संशोधित लाइसेंस नीति तैयार की जाएगी।
शराब की दुकानें बंद करने के लिए सीएम को लिखा पत्र
महापौर मुकेश सूर्यान ने कहा है कि आने वाले दिनों में मांस की दुकानों के लिए संशोधित लाइसेंस नीति तैयार करेंगे। इसके अलावा नये व नवीनीकृत लाइसेंस नियमों में साफ लिखा होगा कि नवरात्र के दौरान दक्षिणी दिल्ली नगर निगम क्षेत्र में मांस की दुकानें नहीं खुलेंगी। साथ ही महौपार मुकेश सूर्यान ने राजधानी के सीएम अरविंद केजरीवाल को पत्र लिखकर नवरात्र के दौरान शराब के दामों पर दी गई छूट के फैसले को वापस लेने का अनुरोध किया है। उन्होंने पत्र के जरिए से कहा है कि वह भी नवरात्रि के दौरान शराब की दुकानों को बंद करने का निर्णय लें।