CM अरविंद केजरीवाल ने DJB को दिए निर्देश, अब वॉटर टैंकर की जगह RO एटीएम से मिलेगा पानी

मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शुक्रवार को दिल्ली में जलापूर्ति, आरओ-एटीएम, यमुना की सफाई और सीवेज सिस्टम की सफाई पर बैठक की। उन्होंने जेजे क्लस्टर्स के अलावा उन इलाकों की भी पहचान करने का आदेश दिया है जहां टैंकरों से पानी की आपूर्ति की जाती है और वहां आरओ एटीएम भी लगाए जाएं। इससे दिल्ली में टंकी के पानी को पूरी तरह खत्म करने में मदद मिलेगी। केजरीवाल ने दिल्ली जल बोर्ड से जून 2024 तक यमुना की पूर्ण सफाई के लिए एक विस्तृत योजना तैयार करने को भी कहा।
खजान बस्ती, शकूरबस्ती, कालका जी के देशबंधु अपार्टमेंट और हरिनगर के झरोदा में रिवर्स ऑस्मोसिस प्लांट लगाए गए हैं और 30 रिवर्स ऑस्मोसिस प्लांट लगाए जा रहे हैं। दिल्ली में लगभग 500 रिवर्स ऑस्मोसिस प्लांट बनाने की योजना है। इसी उद्देश्य से लोगों को वाटर एटीएम कार्ड (कार्ड) वितरित किये गये। इस वाटर मशीन से प्रत्येक व्यक्ति प्रतिदिन 20 लीटर पानी पी सकता है। डीजेबी अधिकारियों को घटना का पता लगाने के प्रयासों में तेजी लाने का निर्देश दिया गया है। आरओ एटीएम उन जगहों पर लगाए जाते हैं जहां टैंकरों से पानी पहुंचाया जाता है।
990 एमजीडी पानी का उत्पादन होता है
डीजेबी के अधिकारियों ने केजरीवाल को बताया कि दिल्ली जल बोर्ड वर्तमान में 990 एमजीडी पानी का उत्पादन कर रहा है। इसे बढ़ाकर 1222.65 एमजीडी करने की योजना है। केजरीवाल ने डीजेबी अधिकारियों को दिल्ली में स्थापित सभी ट्यूबवेलों का निरीक्षण करने का निर्देश दिया।
झीलों और एसटीपी की एक टीम बनाई जा रही है
उनके मुताबिक सात झीलों और एसटीपी की एक टीम बनाना जरूरी है। एक वाटर रिचार्ज और रि-साइकिल टीम का भी गठन किया गया है। सात झीलों में यथाशीघ्र रिवर्स ऑस्मोसिस सिस्टम लगाने के निर्देश दिये गये। झीलों और एसटीपी को प्रसंस्करण में शामिल किया जाना चाहिए। सीवेज ट्रीटमेंट की समीक्षा करते हुए केजरीवाल ने कहा कि सीवेज ट्रीटमेंट का काम शेड्यूल के आधार पर किया जाना चाहिए।
यमुना की सफाई का प्लान भी मांगा
केजरीवाल ने कहा कि सीवरेज ट्रीटमेंट का काम उम्मीद के मुताबिक आगे नहीं बढ़ रहा है। उन्होंने काम में तेजी लाने का आदेश दिया और कहा कि अब यमुना नदी में गंदा पानी जाना स्वीकार्य नहीं है। आगे क्या करना है इसकी पूरी योजना बनाएं। जून 2024 तक यमुना की पूर्ण सफाई को लेकर हम बेहद गंभीर हैं।