
नई दिल्ली: मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने कहा कि शिक्षा व शिक्षण की व्यवस्था ऐसी होनी चाहिए जिसमें हमारी भावी पीढि़यों को अपनी संस्कृति, संस्कारों, सभ्यता व जीवन मूल्यों के साथ आगे बढ़ने की प्रेरणा मिले। यह बात उन्होंने आज यहां अखिल भारतीय राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ द्वारा आयोजित अखिल भारतीय शिक्षक सम्मान समारोह ‘‘शिक्षा भूषण’’ के दौरान अपने संबोधन में कही।
शिक्षा भूषण सम्मान से शिक्षक सम्मानित
उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने राज्य के विद्यार्थियों को प्रारंभिक शिक्षा से लेकर विश्वविद्यालय स्तर तक गुणात्मक शिक्षा प्रदान करने की दिशा में अनेक कारगर कदम उठाए हैं। प्रदेश में शिक्षा के क्षेत्र में किए गए नवोन्मेषी प्रयासों की राष्ट्रीय स्तर पर सराहना की गई है।
राज्य सरकार ने प्रदेश में शिक्षा की गुणवत्ता बढ़ाने के लिए अनेक महत्वकांक्षी योजनाएं आरंभ की हैं और आज हिमाचल शिक्षा के क्षेत्र में सबसे विकसित राज्यों में से एक है।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर और धार्मिक गुरु ज्ञानानंद महाराज ने संयुक्त रूप से तीन शिक्षाविदों प्रो. कपिल कपूर, डाॅ. बद्री प्रसाद पंचोली और रेनु दांडेकर को शिक्षा भूषण पुरस्कार से सम्मानित किया।