बीजेपी एमसीडी ने ऐसे एनजीओ को दिया स्कूल के कामों का टेंडर जिसका कोई नामोनिशान नहीं: दुर्गेश पाठक

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आप के वरिष्ठ नेता एवं एमसीडी प्रभारी दुर्गेश पाठक (Durgesh Pathak) ने रविवार को पार्टी मुख्यालय में एक महत्वपूर्ण प्रेसवार्ता को संबोधित करते हुए कहा कि भारतीय जनता पार्टी ने एमसीडी में भ्रष्टाचार के कई नए-नए तरीके इज़ात किए।

Durgesh Pathak
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नई दिल्ली: आम आदमी पार्टी (Aam Aadmi Party) ने बीजेपी शासित एमसीडी (BJP MCD) की एक नई चोरी को उजागर किया है। ‘आप’ एमसीडी प्रभारी दुर्गेश पाठक (Durgesh Pathak) ने कहा कि भाजपा ने एमसीडी के स्कूलों के काम का टेंडर एक ऐसे एनजीओ को दे दिया जिसका ना तो कोई नामोनिशान मौजूद है और ना ही वह फंड इकट्ठा करने में सक्षम है। उसपर बीजेपी ने एमसीडी के अधिकारियोंको फंड जमा करने का आदेश दे दिया। जबकि ऐसे कामों के लिए एनजीओ खुद फंड इकट्ठा करता है। यह सारा काम छुपकर हो रहा था लेकिन जब एक दुकानदार ने एमसीडी के अधिकारियों को फंड देने से मना किया तो उन लोगों ने दुकान सील करने की धमकी दी।

भ्रष्ट BJP ने उगाही करने का Innovative तरीका निकाला

आप के वरिष्ठ नेता एवं एमसीडी प्रभारी दुर्गेश पाठक (Durgesh Pathak) ने रविवार को पार्टी मुख्यालय में एक महत्वपूर्ण प्रेसवार्ता को संबोधित करते हुए कहा कि भारतीय जनता पार्टी ने एमसीडी में भ्रष्टाचार के कई नए-नए तरीके इज़ात किए। मुझे लगता है कि दुनिया के बहुत सारे चोरो ने सीखा कि भाजपा एमसीडी में चोरी के कितने अभिनव तरीके निकालती है। लेकिन अब उन्होंने चोरी का नया तरीका निकाला है और मुझे लगता है कि दुनिया में अपने प्रकार का यह पहला चोरी का तरीका होगा।

BJP MCD ने Drop In Ocean NGO के लिए निकाला Donation इकट्ठा करने का आर्डर

दुर्गेश पाठक (Durgesh Pathak) ने कहा कि ‘ड्रॉप इन ओशन’ नाम का एक एनजीओ है, पहले इस एनजीओ को टेंडर दिया गया और उसके बाद अधिकारियों से कहा गया कि इस एनजीओ के लिए आप लोग फंड इकट्ठा करेंगे। पहली बार ऐसा हुआ है कि अपने अधिकारियों से ही कह रहे हैं कि इस एनजीओ को पैसा दिलाओ। यदि वह एनजीओ फंड लाने में समर्थ नहीं था तो आपने उसे टेंडर क्यों दिया?

NGO के Registered Address पर कोई Office नहीं बल्कि किसी परिवार का घर

तस्वीरें पेश करते हुए दुर्गेश पाठक ने कहा कि हमने जानकारी निकाली तो हमें कुछ तस्वीरें मिली जो मैं आपलोगों को भी दिखाना चाहूंगा। यह एनजीओ अशोक विहार में पंजीकृत है। ना तो वहां उनका कोई ऑफिस है और ना ही वहां उनका कोई बंदा मौजूद है। वहां पर कुछ परिवार रहते हैं लेकिन इस एनजीओ का कोई नामोनिशान नहीं मिला। तस्वीर में एक घर दिख रहा है, जहां एक परिवार रहता है। उसमें ना तो एनजीओ का ऑफिस है और ना ही उससे संबंधित कोई काम हो रहा है। तो इस प्रकार के एनजीओ को एमसीडी के स्कूलों का सारा काम दे दिया गया है। साथ ही भाजपा ने अपने ही अधिकारियों से फंड इकट्ठा करने के लिए कह दिया।